कमासिन, बांदा।
स्टेट हाईवे के ओरन मोड़ पर लगी फलो की दुकानों से आए दिन सड़क पर वाहनों से जाम लग जाता है। जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित होता है। अतिक्रमण के मामले में पुलिस विभाग की अनदेखी से फल विक्रेताओं के हौसले बुलंद है। सडे गले फलों के बिक्री को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी परेशान हैं।
हालांकि शासन की ओर से सड़कों पर अतिक्रमण न हो प्रमुख सड़कों पर वाहनों का जाम न लगे इस बाबत सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। लेकिन कस्बे के स्टेट हाईवे से जुड़े ओरन की ओर जाने वाली सड़क मोड़ पर फल विक्रेताओं का जमावड़ा होने से ओरन की ओर जाने वाली गाड़ियों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जाम के हालात यह होते हैं की ओरन की ओर से आने वाली गाड़ी बिना दो चार बार आगे पीछे हुए बगैर स्टेट हाईवे पर चढ़ नही पाती। इधर फल विक्रेताओं के ग्राहकों के वाहन खड़े होने से रोड पूरी तरह जाम हो जाता है। जिससे लोगों को आने जाने में कठिनाई होती है। कस्बे के ओरन तिराहे पर आए दिन लगते जाम को देख बिना पुलिस की दखलंदाजी से बमुश्किल जाम खुलता है। इसके लिए पुलिस ने भी कई बार फल विक्रेता को हिदायत दी है लेकिन कार्यवाही के अभाव में फल विक्रेताओं के हौसले बुलंद है। रोड ऊपर लगती फल की दुकानों से अक्सर वाहनों का जाम लगता है। दुकानों में सडे गले फलों की बिक्री को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ जीतेंद्र सिंह का कहना है कि कस्बे में फल विक्रेता सडे गले फलो की बिक्री करते हैं। जिससे ऐसे मौसम में लोगों में संक्रमण रोग फैलने की संभावना बढ़ जाती है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेश का कहना है कि जल्द ही फलों की दुकानों में औचक छापामार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
*Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट*