आमरण-अनशन कर चकबंदी अधिकारी को हटाने की मांग
खागा (फतेहपुर) भूमि धरी जमीन में गौशाला निर्माण में अड़ंगा डालने वाले अधिकारियों व डी एम के आदेश के बावजूद गुमराह कर झूठी रिपोर्ट भेजने वाले चकबंदी अधिकारी के खिलाफ अपनी मांग को लेकर आमरण अनशन करते एक सप्ताह बाद भी किसी जिम्मेदाराना अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहे।
बताते चलें कि खागा तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड धाता अन्तर्गत पाई गांव निवासी रवि करन सिंह पुत्र जागेश्वर सिंह ने बताया कि गाटा संख्या 411/0.5180 में गौशाला निर्माण हेतु प्रार्थना पत्र 8 जनवरी 2021 को जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे को दिया गया था। जिसमें आदेश के बावजूद भी चकबंदी अधिकारी सुभाष चन्द्र तिवारी ने भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण जानबूझकर दिनांक 19 जनवरी 2020 को भेज दिया था कि गाटा संख्या 411 स 0अ0/स0च0अ0 जांच आख्या अनुसार तीन क्षेत्र में बांटा है।जबकि रकबा 0.5180 गाटा नम्बर कमलेश, अखलेश आदि पुत्र गण दिवाकर निवासी बहादुर पुर खागा व श्रीमती कुसुमा देवी पत्नी रवि करन सिंह निवासी पाई के नाम अंकित है। और इन्होंने गाटा संख्या 411के बीचों-बीच सड़क दिखा रहे। और इन्होंने दिनांक 18 अप्रैल 2022 लगातार आमरण अनशन में न्याय पंचायत पाई मैं बैठकर मांग करते हुए कहा है कि शासन को गुमराह कर झूठी रिपोर्ट भेजने वाले चकबंदी अधिकारी सुभाष चंद तिवारी को तत्काल यहां से हटाया जाए।ब्यूरो रिपोर्ट