Breaking News उत्तर प्रदेश बांदा

आशा बहुओं ने आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा को संबोधित प्रार्थना पत्र के माध्यम से डाक्टर दिनेश राजपूत को हटाने की मांग की

 

बांदा 24 सितंबर 2022

आज दिनांक को मंडलायुक्त कार्यालय पहुंच कर आशा बहू अनुष्का के साथ तमाम आशा बहुओं का समूह, साथ में लग भग 80 वर्षीय ब्रद्ध मरीज की सहयोगी तीमारदार प्रत्यक्षदर्शी गवाह डॉ दिनेश राजपूत की गलत हरकतों की, ने भी दीया संज्ञान अभद्रता का उपायुक्त को। साथ ही स्पष्ट किया की तिंदवारी चिकित्सालय महिला स्वास्थ्य कर्मी और तीमारदारों ने लगाए प्रभारी चिकित्साधिकारी पर गाली गलौज कर मरीज सहित भगाने का आरोप, मरीज बिना इलाज के बाँदा ले गए परिजन। स्वास्थ्य कर्मी थाने में दी चिकित्साधिकारी के खिलाफ तहरीर।
सरकारी स्वास्थ्य केंद्र तिंदवारी में व्यक्तिगत रूप से रखे गए दो दलाल राकेश एवं राहुल करते हैं चिकित्सालय के सभी कार्यों/ कर्मचारियों से अवैध पैसा वसूली का कार्य, आशा बहुओं के भुगतान बाउचर में कमी निकाल कर पैसे का भुगतान करने के एवज में मांगते हैं 500 से लेकर 2000 तक रुपए प्रतिमाह की रकम।
डॉक्टर के द्वारा अनुष्का उर्फ आरती के साथ हुई घटना में प्रत्यक्षदर्शी ने भी पुष्टि की डॉक्टर राजपूत के द्वारा कीया गया अपशब्दों का प्रयोग दी गई है गालियां।
आशा बहू संध्या सचान के द्वारा भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिंदवारी में डॉक्टर दिनेश कुमार राजपूत के द्वारा कराया जा रहा दलालों के माध्यम से अवैध पैसे की वसूली किया जा रहा आशा बहुओं को प्रताड़ित अत्यधिक आशा बहुएं हैं। चिकित्सा अधिकारी की इस अनाधिकृत कारगुजारी का शिकार।
अनुष्का उर्फ आरती ने बताया कि सोमवार को अपने दो तीमारदारों के साथ पेट दर्द से पीड़ित महिला मरीज को लेकर जौहरपुर की स्वास्थ्य कर्मी (आशा) अनुष्का पीएचसी पहुँचीं, तीमारदार और अनुष्का ने मरीज की हालत गंभीर होने पर जल्दी देखने की मिन्नतें चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र राजपूत की, आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मी (आशा) अनुष्का के साथ आने पर चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश राजपूत ने कहा कि आपका इलाज अनुष्का ही करेगी। यह कहते हुए अनुष्का और मरीज को बिना इलाज किये गाली-गलौज कर वहां से बाहर भगा दिया। मरीज पेट दर्द से कराह रही महिला के तीमारदारों ने महिला को तुरंत किराए के वाहन से बाँदा ले गए।
स्वास्थ्य कर्मी अनुष्का ने चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र राजपूत के खिलाफ़ गाली-गलौज करने और नौकरी से हटाने की धमकी देने आदि पर थाने में तहरीर दी है। मीडिया को बताया कि जब उनका रिश्वत लेते विडिओ वायरल होते देखा तो उसने भी उसके भर्ती के दौरान चिकित्साधिकारी द्वारा लिए गए 70 हजार रुपये की बात मीडिया को बताई थी, जिसकी खुन्नस में वह मेरे साथ ऐसा कर रहा है, उसने बुरी बुरी गाली देते हुए स्वास्थ्य कर्मी को नौकरी से हटाने की धमकी दी है।

संवाददाता प्रशान्त त्रिपाठी CRIME24HOURS

error: Content is protected !!