जनपद बांदा।
कृषि विश्वविद्यालय बांदा मे 20 जुलाई दिन बुधवार को मिलेट दिवस 2022 मनाया जाना प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे प्रदेश के माननीय मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान श्री सूर्य प्रताप शाही जी उपस्थित रहेगे। कार्यक्रम मे अतिविशिष्ट अतिथि के रूप मे प्रदेश के मा0 मंत्री, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, श्री दिनेश प्रताप सिंह जी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि के रूप मे प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री मनोज कुमार सिंह जी, अपर मुख्य सचिव, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान, डा0 देवेश चतुर्वेदी जी एवं माननीय अध्यक्ष, उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ, कैप्टन विकास गुप्ता जी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। प्रदेश मे मुख्य रूप से बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र मे कदन्न फसलो की संभावनाओं एवं महत्व के दृष्टिगत मिलेट दिवस 2022 मनाया जा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय बांदा, कुलपति, प्रो0 एन0पी0 सिंह के मार्गदर्शन मे कदन्न फसलो जिसमे मुख्य रूप से ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, मडुआ एवं अन्य कदन्न फसलो के उत्पादन तकनीकी कृषको तक पहुँचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0पी0 सिंह ने कार्य भार ग्रहण करने के पश्चात लगातार इन फसलो पर शोध एवं प्रसार हेतु वैज्ञानिको से चर्चा करते रहे है।
वर्ष 2023 अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट दिवस के रूप मे मनाया जाना है। बुन्देलखण्ड मे इन फसलो की संभावनाएं अन्य क्षेत्रो के मुकाबले विकसित करना आसान है। यह कार्यक्रम प्रदेश एवं बुन्देलखण्ड मे इन फसलो के उत्पादन के लिये एक दिशा तय करेगी कार्यक्रम मे उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ के महानिदेशक, डा0 संजय सिह भी उपस्थित रहेंगे। कृषि विश्वविद्यालय बांदा द्वारा संचालित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रो के वैज्ञानिको के साथ साथ सातो जिलो के एसे किसान जो मिलेट की खेती कर रहे हो या करना चाहते है के तकनीकी ज्ञान के प्रसार हेतु एक तकनीकी सत्र माननीय कृषि मंत्री के अध्यक्षता मे रखा गया है। इस तकनीकी सत्र के दौरान देश के अग्रणी संस्था भारतीय कृषि अनुसधान परिषद-भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के पूर्व निदेशक डा0 वी0ए0 टोनापी अपने अनुभवो को साझा करने के साथ साथ इन फसलो की संभावनाएं, कृषि पद्धती एवं उत्पाद का विपणन विषयक जानकारी देगे।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो0 जी0एस0 पंवार ने बताया कि कदन्न फसले इस बुन्देलखण्ड की पहचान रही है इसे पुनः जन जन तक पहुँचाने के लिये कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकता लाने का एक सफल प्रयास किया जा रहा है। इसके दृष्टिगत विश्वविद्यालय के वैज्ञानिको द्वारा विभिन्न कदन्न फसलो से संबंधित जानकारी, बीज एवं उनसे बने हुए कुछ उत्पाद को प्रर्दशित भी किया जायेगा। कार्यक्रम मे बुन्देलखण्ड के अंतर्गत संचालित कृषि उत्पादक समूह संचालक जो मिलेट्स पर कार्य कर रहे है भी प्रतिभाग करेगे।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट