संभल,
भारत में शायद मनुष्यों के जीवन का कोई मोल नहीं जब चाहे कोई भी किसी के भी जीवन से खेल जाता है,
हमारे देश में डांकटर को भगवान का रूप माना जाता है कंयू के जब कोई जिंदगी और मौत से लड रहा होता है तो भगवान के बाद डांकटर ही उसके जीवन की लीला को समाप्त होने से बचाता है ।और जब भगवान का रूप धर कर कोई राक्षस पैसे कमाने के चक्कर में किसी मनुष्य का इलाज करता है तो उसे भगवान भी नहीं बचा सकता है
एसे ही सैकडों मामले जनपद संभल में देखने को मिल जाएंगे जहाँ बिना डिग्री के सैकडों डांकटर बडे बडे अस्पताल खोलकर लोगों की जिन्दगी छीनने का काम कर रहे हैं जहाँ भोले भाले बिना पढ़े लोग कम पैसे के लालच में अपनो का इलाज कराने के लिए लाकर दाखिल करा देते हैं और बदले में उस अपने की लाश लेकर जाते हैं,
एक ऐंसा ही अस्पताल संभल जोया मार्ग पर मंदाला में है जिसके पास कोई डिग्री नहीं है और एम, आई, एस, किलीनिक का बडा सा बोर्ड लगा कर अस्पताल चला रहा है और पैसे कमाने के चक्कर में लोगों की जिन्दगीयों को खतरे में डाल रहा है हैरत की बात तो यह है हाईवे पर स्थित अस्पताल मे बडे बडे इलाज हो रहे हैं जहाँ हेल्थ अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि हम लगातार अवैध अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई कर रहे हैं।