कौशाम्बी

माफिया बना विद्युत एसडीओ चायल डिवीजन पर कब्जा

कौशाम्बी,

3 वर्षों में अवैध तरीके से करोड़ों की वसूली कर संपत्ति बनाने वाले एसडीओ के कारनामे की जांच हुई तो इनकी बर्खास्तगी और गिरफ्तारी होना है तय

मौत के कगार पर खड़े झूलते विद्युत तार को ठीक करने के बजाय करोड़ो की अवैध वसूली में लिप्त एसडीओ।

कौशाम्बी विद्युत विभाग चायल डिवीजन में तैनात एक विद्युत एसडीओ विभागीय अधिकारी के बजाए माफिया ज्यादा बन चुके हैं अपने समकक्ष अधिकारियों को वह विभाग में रुकने नहीं देते हैं 8 पावर हाउस क्षेत्र में उन्होंने पूरी तरह से माफियाओं की तरह कब्जा जमा रखा है विभाग के अधिकारियों ने 8 पावर हाउस क्षेत्र में दूसरे एसडीओ की तैनाती बीते साढ़े तीन वर्षों से नहीं की है चायल डिवीजन क्षेत्र में बीते साढ़े तीन वर्षों से एक स्थान पर तैनात एसडीओ के आतंक से विद्युत उपभोक्ता त्राहि-त्राहि कर रहे हैं आए दिन विद्युत उपभोक्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करा कर वसूली में विद्युत एसडीओ को महारत हासिल है सूत्रों की माने तो साढ़े 3 वर्षों की तैनाती के दौरान विद्युत एसडीओ ने अवैध तरीके से करोड़ों रुपए की वसूली की है कुछ समय में लग्जरी गाड़ी आलीशान बंगला करोड़ों के बैंक बैलेंस सहित अकूत संपत्ति के स्वामी विद्युत एसडीओ बन चुके हैं जो बड़ी जांच का विषय है और अवैध वसूली में लिप्त विद्युत एसडीओ के कारनामों की यदि शासन ने लोकायुक्त से जांच कराई तो उनकी बर्खास्तगी और उनकी गिरफ्तारी तय है लेकिन उसके बाद भी प्रबंध निदेशक और विद्युत चेयरमैन ने एसडीओ की अवैध वसूली के मामले को गंभीरता से जांच कराते हुए इन्हें निलंबित बर्खास्त कर गिरफ्तार कराने का प्रयास नहीं किया है जो योगी सरकार की विद्युत व्यवस्था से जुड़े बड़े अधिकारियों के कार्यों पर बड़ा सवाल है

विद्युत विभाग में अवैध वसूली रोकने के लिए बनाई गई विद्युत विजिलेंस टीम भी एसडीओ की अवैध वसूली से धृतराष्ट्र बनी हुई है अवैध वसूली में लिप्त एसडीओ के कारनामों पर विद्युत बिजनेस टीम को संज्ञान लेते हुए इन्हें रंगे हाथ वसूली करते पकड़ कर गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए प्रबंध निदेशक और विद्युत चेयरमैन को सूचना देकर इन्हें विभाग से बर्खास्त कराया जाना चाहिए लेकिन विद्युत बिजनेस टीम भी पूरी तरह से एसडीओ की गुलामी कर रही है

चायल डिवीजन कार्यालय में तैनात विद्युत एसडीओ को नगर पालिका भरवारी क्षेत्र में जिम्मेदारी सौंपी गई है लंबे समय से इसी क्षेत्र में विद्युत एसडीओ तैनात हैं शासन के निर्देश पर सभी अधिकारी कर्मचारी का 3 वर्षों में स्थानांतरण होता है तमाम कर्मचारी अधिकारियों का स्थानांतरण तो समय से पहले भी हो जाता है लेकिन इनके ऊपर अधिकारी मेहरबान हैं जिससे इनके ऊपर योगी सरकार का स्थानांतरण कानून नहीं लागू हो रहा है इलाके में लंबे समय से तैनात होने के चलते क्षेत्र के दलालों से इनकी गहरी पैठ है और दलालों के सहारे विद्युत उपभोक्ताओं का आए दिन यह उत्पीड़न करते हैं जांच के नाम पर निर्दोषों पर विद्युत चोरी का झूठा आरोप लगाकर उनसे धना दोहन करते हैं और जिन विद्युत उपभोक्ताओं से अवैध धन नहीं मिलता है उनके विरुद्ध झूठे आरोप लगाकर विद्युत उपभोक्ताओं को प्रताड़ित करते हैं सूत्रों की माने तो करोड़ो रुपए की अवैध वसूली में एसडीओ विद्युत लिप्त है अवैध वसूली में लिप्त एसडीओ विद्युत के कारनामे के चलते पूरे चायल डिवीजन की विद्युत व्यवस्था चौपट हो गई है जगह-जगह विद्युत तार झूल रही हैं जिससे विद्युत हादसे की आशंका भी प्रबल होती जा रही है झूलते विद्युत तार से पूर्व में कई लोग हादसे के शिकार भी हो चुके हैं इतना ही नहीं भरवारी कस्बे सहित तमाम क्षेत्रों में मकड़जाल की तरह विद्युत तारे खम्भे के पास झूल रही हैं जिन्हें ठीक करने में यह अपनी उर्जा नहीं लगा रहे हैं बल्कि अवैध वसूली में उर्जा लगाकर क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं

केंद्र सरकार के निर्देश पर गांव ग्रामीण क्षेत्र में कराए गए विद्युतीकरण योजना इलाके में पूरी तरह से फेल हो चुकी है घटिया क्वालिटी के विद्युत केबिल और तारे लगाई गई हैं जिससे विद्युत सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती है और गांव ग्रामीण क्षेत्र की आम जनता को मोदी सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल रहा है आतंक के पर्याय बन चुके एसडीओ विद्युत के कारनामों को योगी सरकार को संज्ञान लेते हुए इन्हें बर्खास्त कर इनके अकूत संपत्ति की जांच करा कर इन्हें जेल भेजने की आवाज क्षेत्र की जनता ने बुलंद की है।

 

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