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जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय एवं जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय का किया गया औचक निरीक्षण

बांदा, 20 मई, 2022

आज दिनांक 20 मई, 2022 को प्रातः 10.30 बजे जिलाधिकारी बांदा श्री अनुराग पटेल द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय एवं जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी सहित निम्न अधिकारी/कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये-
1-डा0 अनिल कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी, बांदा।
2-डा0 मनोज कुमार कौशिक, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, बांदा।
3-डा0 शाकिब अनवर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, बांदा।
4-डा0 एन0के0 सिन्हा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी।
5-डा0 पी0एन0यादव, उप मुख्य चिकित्साधिकारी,
6-डा0 आर0के0 मौर्य, प्रशासनिक अधिकारी, बांदा।
7-श्री आज्ञाराम, ए0आर0ओ0।
8-श्री महेन्द कुमार द्विवेदी, वरिष्ठ सहायक।
9-श्री विष्णु सिंह लखेरा, लेखाकार।
10-श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, वाहन चालक।
11-श्री आफताब खां, वाहन चालक।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के लगभग आधा घण्टे बाद मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में उपस्थित हुये। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में तैनात सविंदा कर्मचारी डा0 रामवीर सिंह एवं डा0 धीरेन्द्र वर्मा, श्रीमती कुलसुम हाशमी सोशल वर्कर, एफ0एल0सी0 एन0सी0डी0 सेल अरविन्द्र गुप्ता, आशीष कुमार भी अनुपस्थित पाये गये।
इसी प्रकार जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय में वरिष्ठ सहायक मोहित श्रीवास्तव एवं एम0पी0डब्ल्यू0 बल्दू अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी बांदा द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अनुपस्थित कुल 18 अधिकारी/कर्मचारियों/संविदा कर्मचारियों का दिनांक 20-05-2022 (एक दिन) का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण मांगा गया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय में उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करने के उपरान्त कार्यालय से अनुपस्थित डा0 प्रसून खरे, श्री जीशान एवं श्री हार्षित कुमार, कम्प्यूटर आपरेटर का भी दिनांक 20-05-2022 (एक दिन) का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण मांगा गया।
जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय के मेडिकल बोर्ड कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कक्ष में श्री आशोक कुमार वर्मा, वरिष्ठ सहायक एवं श्री दीपक नामदेव उपस्थित पाये गये। श्री दीपक नामदेव नामक प्राइवेट व्यक्ति द्वारा अनाधिकृत रूप से डाटा इन्ट्री का कार्य किया जा रहा था। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा वरिष्ठ सहायक श्री आशोक कुमार वर्मा से जानकारी की गई। श्री अशोक कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि श्री दीपक प्राइवेट व्यक्ति है, परन्तु इसके द्वारा डाटा इन्ट्री का कार्य किया जाता है। जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देशित किया गया कि किसी भी बाहरी व्यक्ति से कार्यालय में किसी भी प्रकार का शासकीय कार्य न लिया जाये। उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी, बांदा एवं श्री अशोक कुमार वर्मा, वरिष्ठ सहायक से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया।
जिलाधिकारी द्वारा लेखाकार कक्ष, जेई0रूम, आई0सी0सी0सी0, डी0एल0ओ0 कक्ष, प्रतिरक्षण अनुभाग, डिस्ट्रिक्ट एंशोरेन्स सेल, उप मुख्य चिकित्साधिकारी कक्ष, सांख्यिकी अनुभाग, मीटिंग हॉल आदि का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में अभिलेखों का रख-रखाव अत्यधिक खराब पाया गया तथा कार्यालय में बने शौंचालय भी गन्दे पाये गये। कार्यालय परिषर में जगह-जगह कुडे के ढेर एवं जंगली पेड पौधे उगे हुये पाये गये। परिषर में 14 निष्प्रयोज्य वाहन खड़े हुये पाये गये। जिसके सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय में पाई गई कमियों के सम्बन्ध में नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि अभियान चलाकर कार्यालय/परिसर की साफ-सफाई करायें तथा परिसर के अन्दर खड़े निष्प्रयोज्य वाहनों एवं सामग्री को टीम गठित कराते हुये नियमानुसार नीलामी की कार्यवाही सुनिश्चित करायें।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के पुराने भवन में संचालित जिला मलेरिया कार्यालय का जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय राजकुमार, मलेरिया इन्सपेक्टर उपस्थित पाये गये। कार्यालय में अत्यधिक गन्दगी पाई गई। कार्यालय में कई बन्द बोरे रख हुये पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा जिन्हें खुलवाकर देखा गया। जिसमें डस्टबिन, प्लास्टिक बाल्टी एवं टब आदि रखी हुई पाई गई। इस सम्बन्ध में मौके पर उपस्थित राजकुमार, मलेरिया इन्सपेक्टर द्वारा बताया गया कि 21 मार्च, 2022 को सी0एम0एस0डी0 स्टोर से उक्त सामग्री प्राप्त हुई है, जिन्हें स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजा जाना है। जिलाधिकारी द्वारा उक्त सामग्री स्वास्थ्य केन्द्रों में अभी तक वितरित न करने के सम्बन्ध में जानकारी चाही गई, परन्तु राजकुमार द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा इस सम्बन्ध में रोष व्यक्त किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय में बने भण्डार कक्ष को खुलवाकर देखा गया। भण्डार कक्ष में कबाड़ रखा हुआ पाया गया। जिसमें 10 नई कुर्सियां, 01 नई फागिंग मशीन, 02 प्लास्टिक कुर्सी, 200 छोटी कॉटन की छोटी तौलिया, 25 नेपसेट पम्प, 11 नये नपसेट पम्प, 02 ड्रम, 04 अलमारी, 120 लीटर हाइपोक्लोराइड आदि कबाड़ के रूप में पड़ा हुआ पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर उपस्थित राजकुमार से स्टाक रजिस्टर मांगा गया। दिनांक 15-03-2022 की स्थिति के अनुसार स्टाक रजिस्टर में 330 कॉटन की तौलिया दर्ज पाई गई जबकि वितरण रजिस्टर के अनुसार दिनांक 10-05-2022 तक कुल 136 तौलियां वितरित की गई। शेष 194 तौलियों के सम्बन्ध में बताया गया कि अलमारियों में रखी हुई है। जिलाधिकारी द्वारा तौलियों को अलमारियों से निकलवा कर देखा गया तथा उनकी गिनती करवाई गई। गिनती करने के दौरान मात्र कुल 97 तौलिया पाई गई। शेष 97 तौलियों का लेखा-जोखा नहीं पाया गया। इसी प्रकार दिनांक 06-11-2020 की स्थिति के अनुसार स्टाक रजिस्टर में 205 लीटर हाइपोक्लोराइड दर्ज पाया गया, परन्तु निरीक्षण के दौरान मौके पर मात्र 120 लीटर हाईपोक्लोइड पाया गया। 85 लीटर हाइपोक्लाराइड उपलब्ध न होने के सम्बन्ध में राजकुमार मलेरिया निरीक्षक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं कर सके। इसी प्रकार दिनांक 03-11-2021 की स्थिति के अनुसार स्टाक रजिस्टर में 251 लीटर Temephos 50% दर्ज पाया गया, परन्तु मौके पर 120 लीटर Temephos 50% ही उपलब्ध पाया गया। इसी प्रकार स्टाक रजिस्टर के अनुसार दिनांक 18-06-2020 को कुल 38 लीटर मिट्टी का तेल शेष दर्ज पाया गया, परन्तु निरीक्षण के दौरान मौके पर मिट्टी के तेल की उपलब्ध शून्य पाई गई। दिनांक 26-03-2022 की स्थिति के अनुसार स्टाक रजिस्टर में कुल 10550 मलेरिया टेस्ट कार्ड दर्ज पाई गई। जबकि मलेरिया निरीक्षक द्वारा बताया गया कि 10000 मलेरिया कार्ड मौके पर उपलब्ध है। 550 मलेरिया टेस्ट कार्ड का लेखा-जोखा मलेरिया निरीक्षक द्वारा नहीं दिया गया। एैसा प्रतीत हुआ कि इनके द्वारा 85 लीटर हाइपोक्लोराइड, 131 लीटर Temephos 50% , 38 लीटर मिट्टी का तेल एवं 97 तौलियों का गबन किया गया। समस्त स्टाक रजिस्टर/वितरण रजिस्टर पूर्ण नहीं पाये गये। आरोप गम्भीर होने कारण जिलाधिकारी द्वारा श्री राजकुमार, मलेरिया निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किये जाने सम्बन्धी कार्यवाही हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी बांदा को निर्देशित किया गया।

Crime 24 Hours से मितेश कुमार की रिपोर्ट

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