उत्तर प्रदेश बांदा

पत्रकारों के ऊपर हो रहा अत्याचार,क्या सच लिखना गुनाह है? बांदा में पत्रकारों द्वारा व्यक्त किया गया दु:ख , जिलाधिकारी के द्वारा मुख्यमंत्री के लिए सौंपा ज्ञापन

खबर उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद से है जहां पर आज प्रतापगढ़ के ए बी पी न्यूज के संवाददाता सुलभ श्रीवास्तव की 13 जून 2021 की रात को हत्या कर उसे हादसे का रूप दिया गया था के संबंध में पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के लिए जिलाधिकारी बांदा द्वारा ज्ञापन भेजा गया। इस घटना को लेकर सम्पूर्ण पत्रकार जगत में काफी दुख वा रोष व्याप्त है। इस संबंध में सभी पत्रकारों द्वारा मांग की गई है की इस मामले की अच्छी तरह से सी बी आई द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा पत्रकारों द्वारा यह भी मांग की गई की दिवंगत पत्रकार की पत्नी को 50 लाख की सहायता प्रदान की जाए एवं नौकरी भी प्रदान की जाए जिससे पीड़ित परिवार के भरण पोषण में कोई कमी न आ सके।

आज के समय में कोई भी पत्रकार सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है और कोई भी उनकी सुरक्षा के लिए नही सोचता है यूं तो पत्रकारों के हित में जाने कितने निर्देश दिए जाते है लेकिन किसी को कोई भी चिंता नहीं । एक पत्रकार जो दुनिया को सच दिखाने की हिम्मत रखता है और शासन प्रशासन तक जनता की परेशानी , मुसीबतों , जरूरतों की जानकारी पहुंचाता है और सरकार की नीतियों ,नियमो ,आदेशों आदि की जानकारी जनता तक पहुंचाता है वो भी बिना किसी वेतन के, उसी के लिए आज किसी के दिल में हमदर्दी नजर नहीं आ रही है ।

क्या गुनाह किया था ए बी पी न्यूज के संवाददाता सुलभ श्रीवास्तव ने जो उसे अपनी जान गवानी पड़ी? क्या उसने सच लिखकर या दिखाकर कोई बहुत बड़ा गुनाह किया? आज पत्रकार सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है क्युकी बहुत सी ऐसी खबर होती है जिनसे गुनाहगारों को सजा मिल सकती है या फिर उनके द्वारा किए गए गलत काम को सरकार देखेगी तो उनका काम रुक जायेगा , कमाई रुक जायेगी और फिर पत्रकार को डराया जाना , धमकाया जाना आदि काम किए जाते है। पत्रकारों द्वारा कितना संघर्ष किया जाता है , कितनी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है,कभी – कभी तो अपनी जान जोखिम में डालकर भी कवरेज किया जाता है लेकिन किसी को इस बात से कोई फर्क नही पड़ता। इसलिए सभी को पत्रकारों के बारे में भी सोचना चाहिए क्युकी एक पत्रकार ही होता है जो की सभी की बातो को सोचता समझता है और सभी की बात शासन प्रशासन तक पहुंचाने का कार्य करता है जिसके लिए उसे किसी भी प्रकार की कोई सैलरी या वेतन प्राप्त नहीं होता है।

Crime 24 Hours
संवाददाता – मितेश कुमार

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