लार-देवरिया:-यूँ तो कागजों में कहने के लिए सरकार हर घर नल योजना,हर व्यक्ति के लिए शुद्ध जल की आपूर्ति इत्यादि कहकर अपनी पीठ भले ही थपथपा ली हो लेकिन हकीकत में वास्तविकता कुछ और ही है।ऐसी ही माडल प्रस्तुत करता पशु हॉस्पिटल लार का ये हैंड पंप जो चलता नहीं है और यदि आप कभी भूल से ज्यादा चला दिए तो जो पानी भी देता है तो वो इतना बदबूदार होता है कि मुंह नहीं लगाया जा सकता।यहाँ तक की उससे हाथ धोने मात्र से ही इंफेक्शन का खतरा मंडराने लगता है जबकि ये लार ब्लाक के ठीक सामने है और इसके रिवोर और सुधार का सारा काम इसी सरकारी विंग से संचालित होता है लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल है इस काम को करने का जहमत कौन उठाये। पशच हास्पिटल के कर्मचारियों ने जब इसके बनने की कोई दूर दूर तक आस नहीं देखी तो उन्होनें अपने लिए उसके बगल में ही चापा कल गड़वा लिया और अपना काम फिट करवा लिया।अब देखना ये है कि लाखों की लागत गड़ा ये कल कब तक शुद्ध जल देता है या ऐसे ही जल कल विभाग से लेकर ब्लाक और स्वास्थ्य महकमे को मुहँ चिढ़ाता रहेगा? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
प्रसेन जीत सिंह की रिपोर्ट