भूमि विवाद में कहासुनी के दौरान बिहार के अमीन की अपने दरवाजे पर मौत
लेखपाल व पुलिस की मौजूदगी में बुजुर्ग ने तोड़ा दम
देवरिया। मौत कब आ जाय, कारण क्या बन जाय, आरोप किसके मत्थे लग जाय , सब विधि का विधान है। लार थाना क्षेत्र के सकरापार निवासी 59 वर्षीय राजेन्द्र यादव की मौत भी इसी हालात में हो गयी। राजेन्द्र यादव बिहार में अमीन थे। गाँव पर उनका पड़ोसी से भूमि विवाद था। शनिवार को उन्होंने थाने पर जमीन पैमाइश की दरख्वास्त दिए। राजस्व विभाग के दो लेखपाल और लार थाने के दो सिपाही उनके प्रार्थनापत्र पर उनके दरवाजे पर पहुंचे। राजस्व टीम और पुलिस ने प्रतिपक्षी दयानन्द यादव को बुलाकर मामला समझ रहे थे। इस बीच दयानन्द ने कहा कि जब इनकी मकान बनी थी तो इन्होंने बारजा नहीं छोड़ा। हमारे पेड़ इनके दीवाल से सटे लगे हैं। इस बात को लेकर दोनों तरफ से कहा सुनी होने लगी। दयानन्द ने कहा कि अगर जमीन आप छोड़े हों तो वासदेव बाबा (पीपल का पत्ता) छूकर कहिए। इसी बीच अचानक राजेन्द्र यादव जमीन पर गिर गए। राजेंद्र यादव पुत्र शिव नरेश और दयानन्द पुत्र जयनारायण के बीच भूमि के पैमाइश का मामला अधर में लटक गया। परिजन राजेन्द्र को अस्पताल लेकर पहुंचे जहाँ डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना पर उपजिलाधिकारी सलेमपुर ओम प्रकाश वर्नवाल, पुलिस उपाधीक्षक श्रीयश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। गाँव से जानकारी लेने के बाद अस्पताल पर पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी ली। इस मामले में मृतक के बेटे अजय यादव की तहरीर पर हत्या का नामजद केस दर्ज किया गया है।
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मृतक राजेन्द्र यादव बुजुर्ग थे। धक्का से जमीन पर गिरने से मौत हो गयी। हत्या का केस दर्ज किया गया है। पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
– श्रीयश त्रिपाठी, पुलिस उपाधीक्षक सलेमपुर