बांदा, 13 अगस्त 2023
विभाजन से विभीषिका स्मृति दिवस से एक दिन पूर्व रविवार को डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी धाम जिला भाजपा कार्यालय में भाजपा द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों एवं भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। इस एक दिन में भारत का भूगोल, समाज और संस्कृति सबका बटवारा हो गया। पाकिस्तान 14 अगस्त को ही अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। दोनों देशों के बीच बंटवारे की लकीर खिचते ही रातों-रात लाखों लोग अपने ही देश में बेगाने हो गए और मजहब के आधार पर लाखों लोग ना चाहते हुए भी जाने को मजबूर हुए। सिर्फ एक फैसले की वजह से लाखों लोगों को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा। लाखों लोग मकान, दुकान और संपत्ति से रातों-रात बेदखल होकर सड़क पर आ गए। भारत-पाकिस्तान बंटवारे की त्रासदी बीसवीं सदी की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है। आजादी के वक्त भारत की आबादी करीब 40 करोड़ थी। भारत को आजादी तो मिली लेकिन बंटवारे की कीमत पर। आजादी मिलने से काफी पहले से ही मुसलमान अपने लिए एक अलग मुल्क की मांग कर रहे थे। इसकी अगुवाई मुस्लिम लीग के मोहम्मद अली जिन्ना कर रहे थे। हिंदू बहुल भारत में मुसलमानो की आबादी करीब एक चौथाई थी। वैश्विक मंच पर भारत की साख और मजबूत हुई है। केंद्र में मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत विकास की नई तस्वीर बना रहा है। भारत का विकास केवल रोटी, कपड़ा और मकान तक ही सीमित नहीं है। बेहतर स्वास्थ्य और सस्ता इलाज अच्छी शिक्षा के अलावा आज लोगों की तमाम मूलभूत समस्याएं दूर हो रही हैं। तभी तो देश न सिर्फ तरक्की कर रहा है, बल्कि नए स्टार्टअप और यूनिकॉर्न तरक्की में अपना योगदान दे रहे हैं। लेकिन अगर पाकिस्तान की बात करें तो राजनीतिक अस्थिरता, बुनियादी विकास के बीच आईएसआई की साजिशों ने तालिबान, अलकायदा, लश्कर, जैश और दूसरी जिहादी तंजीमों ने पाकिस्तान को बारूद के ढेर पर बैठा दिया है। सब कुछ लुटा-पिटा कर पाकिस्तान आज सिर्फ चीन का उपनिवेश बनकर रह गया है। वहीं बांग्लादेश बढ़ते कर्ज और चीन की चालाकियों से खुद को निकालने की कोशिश में लगा है। अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति कारगर साबित हुई और भारत का विभाजन हो गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस द्वारा विभाजन स्वीकार करना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कम्युनिस्ट पार्टी ने मुस्लिम लीग के विभाजन की मांग का समर्थन तो किया ही इसके अतिरिक्त उन्होंने अनेक मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को निर्देश दिया कि द्वि- राष्ट्र सिद्धांत को बौद्धिक बल प्रदान करने के लिए मुस्लिम लीग में शामिल हो। उन्होंने कहा कि आज देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, किंतु आज एक पीढ़ी ऐसी भी है जिसने विभाजन की विभीषिका को झेला है। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जिन्होंने वह वक्त भी देखा था जब तिरंगा लहराने के लिए उनके परिवार के कई लोगों ने यातनाएं झेली हैं। लेकिन हम खुशनसीब हैं कि हम आजाद भारत में सांस ले रहे हैं और कृतज्ञ हैं अपने उन पूर्वजों के प्रति जिनके त्याग और समर्पण की वजह से हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष संजय सिंह, सांसद आरके सिंह पटेल, जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी, जिला महामंत्री कल्लू सिंह राजपूत तथा विवेकानंद गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र त्रिपाठी तथा ममता मिश्रा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट