बांदा – उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा से फिर एक नया मामला सामने निकलकर आया है जिसके अंतर्गत बिजली विभाग की कार्यप्रणाली से परेशान होकर लोग पहुंचे जिलाधिकारी कार्यालय।
लोगो ने पहुंचकर जिलाधिकारी को भ्रष्ट बिजली विभाग की कार्य प्रणाली से कराया अवगत।
आपको अवगत करा दे कि सोमवार 6 फरवरी को लगभग आधा सैकड़ा खाई पार बांदा वासियों ने जिला अधिकारी बांदा कार्यालय पहुंच कर अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए बताया कि बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कभी भी चेकिंग के नाम से बिना बताए घर में घुस जाते है और कभी लोड ज्यादा है तो कभी बकाया बिल होने की बात कहते हुए अचानक घरों में घुसते हैं।
अब तो इसी मुहल्ले में एक एक घर की कई बार चेकिंग होने के बाद भी छापा डालकर रूपयो की मांग की जाती है और रुपए न देने पर फर्जी बिजली चोरी में फसाए जाने की धमकियां देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगो ने कैमरे से परहेज करते हुए बताया की बिजली विभाग के कर्मचारी वा मीटर रीडर खुद उपभोक्ता को उनके मीटर की डिस्प्ले बंद कर महीना की वसूली करते हैं और साल दो साल बाद नया मीटर लगा कर मिनिमम चार्ज का भुगतान कराने का खेल चरम पर है। जिसे हर कोई अपने अपने मुहल्ले में बंद मीटर में देख सकते हैं।
आज सोमवार को खाई पार वासियों ने बिजली विभाग की पोल खोलने के साथ साथ जिला अधिकारी बांदा से इसका संज्ञान लेकर उचित कार्यवायी किए जाने की मांग की है।