जनपद बांदा।
रविवार को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार जन शिक्षण संस्थान बांदा ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस प्रर्दशनी का आयोजन जन शिक्षण संस्थान, परिसर में किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में अशोक कुमार त्रिपाठी, उपाध्यक्ष बोर्ड आफ मैनेजमेन्ट व सुरेश कुमार साहू ,सदस्य बोर्ड आफ मैनेजमेन्ट रहे।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में मुख्य अतिथि द्वारा प्रर्दशनी का फीता काटकर उद्घाटन किया गया तत्पश्चात विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के बारे में पोस्टरो के माध्यम से भयावह स्थिति को देखा गया और संस्थान के कार्यक्रमो की सराहना की गयी। विशिष्ट अतिथि सुरेश कुमार साहू द्वारा प्रर्दशनी पर लगे पोस्टरो के माध्यम से विभाजन के समय देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नही जा सकता। संस्थान के निदेशक मो0 सलीम अख्तर जी ने बताया कि नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखो बहनो और भाईयों को विस्थापित होना पडा और अपनी जान तक गवानी पडी उन लोगो के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम अधिकारी सौम्य खरे द्वारा बताया गया कि अखिल भारतीय लीग की बैठक 09 जून 1947 को नई दिल्ली के इम्पीरियल होटल में हुयी थी विभाजन की मांग वाला प्रस्ताव लगभग सर्वसम्मति से पारित हुआ जिसमें पक्ष में 300 बिरोध में मात्र 10 मद पडे। कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय कुमार पाण्डेय जी द्वारा बताया गया कि भारत का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापना और मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी है यह एक ऐसी कहानी है जिसमें लाखों लोग अजनबियों के बीच एकदम बिपरीत वातावरण में नया आशियाना तलाश रहे लगभग 60 लाख गैर मुसलमान उस क्षेत्र से निकल आये जो बाद में पश्चिमी पाकिस्तान बन गया 65 लाख मुसलमान पंजाब, दिल्ली आदि के भारतीय हिस्सो से पश्चिमी पाकिस्तान चले गये थे। लेखाकार श्री लक्ष्मीकान्त दीक्षित ने बताया कि विभाजन के दौरान महिलाओं को भारी नुकसान उठाना पडा और विभाजन एवं उसके आघात का उनका अनुभव पुरूषों से बहुत अलग था भारत सरकार ने 33000 महिलाओं के अपहरण की सूचना दी। उक्त कार्यक्रम में संस्थान के कार्यक्रम समन्वयक श्री नीरज श्रीवास्तव, सहा0 कार्यक्रम अधिकारी मयंक सिंह व क्षेत्र सहायिका शिवांगी द्विवेदी, परिचर मनोज कुमार व चालक नीरज कुशवाहा, अनुदेशिका श्रीमती सीता तिवारी, कु0 राखी, श्रीमती शालिनी द्विवेदी, श्रीमती रूकईया सहित कार्यक्रम में 45 लोग उपस्थित रहे।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट