सम्भल/चंदौसी: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ.प्र.के तत्वाधान में आजादी का अमृत महोत्सव पर जिला संयोजक श्वेता गुप्ता के निर्देशन में विचार गोष्ठी सीता रोड चन्दौसी स्थित नानक चंद आदर्श इंटर कॉलेज में आयोजित की गई।जिसका शुभारंभ मुख्य वक्ता डॉ टीएस पाल,प्रधानाचार्य दृगपाल सिंह,सुषमा उपाध्याय,प्रभु दयाल ने सयुक्त रूप में भारतमाता के चित्र पर पुष्पार्पित करके किया।मुख्य वक्ता साहित्यकार एवम समाजसेवी डॉ टी एस पाल ने कहा भारत को आज़ाद हुए 15 अगस्त 2022 को 75 वर्ष पूर्ण हो रहें हैं जिसके 75 सप्ताह पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 12 मार्च 2021 को गुजरात के साबरमती आश्रम अहमदाबाद से अमृत महोत्सव की घोषणा की। इसी दिन महात्मा गाँधी जी ने दांडी यात्रा की शुरुआत भी की थी।आज़ादी के अमृत महोत्सव का अर्थ है-आज़ादी की ऊर्जा का अमृत, स्वतन्त्रता सेनानियों की स्वाधीनता का अमृत, नये विचारों का अमृत, नये संकल्पों का अमृत और आत्मनिर्भरता का अमृत।आजादी का अमृत महोत्सव भारत के स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव उन्नत भारत के 75 साल और इसकी संस्कृति, लोगों और उपलब्धियों के शानदार इतिहास का सम्मान और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। यह उत्सव 15 अगस्त 2023 तक चलेगा।”दिलों में बसा एक सपना था,आज़ादी के मतवालों का।जश्न है यह भारत के आज़ाद 75 सालों का।संयोजक प्रभु दयाल ने कहा हमारी प्रगति राष्ट्र की प्रगति में निहित है. `आजादी के अमृत महोत्सव´ से `स्वर्णिम भारत की ओर´ हमें अग्रसर होना है।अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य दृगपाल सिंह ने कहा यह आज़ादी का उत्सव हमें अपनी छिपी शक्तियों को फिर से खोजने के लिए प्रोत्साहित करेगा और हमें राष्ट्रों के समूह में अपना सही स्थान पाने के लिए ईमानदार और सक्रियात्मक कार्यवाही हेतु प्रेरित करेगा।संचालन करते हुए डॉ जयशंकर दुबे ने पढ़ा “हमने पाया बहुत मगर है.अभी और भी पाना कितनी भी बाधाएं आएं फिर भी बढ़ते जाना भारत की यश-कीर्ति पताका लहर लहर लहराए।भारत माता के चरणों में अपना शीश नवाएँ।” इस दौरान सुषमा उपाध्याय,संजीव कुमार,मुकेश कुमार शर्मा,धनन्जय कुमार आर्य,राजवीर सिंह,मनोज कुमार,अनु रस्तोगी,उत्तम चंद्र आदि ने भी विचार व्यक्त किये।