बांदा 08 जुलाई 2022
वृक्ष धरा का भूषण है इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार के महत्वाकांक्षी वन महोत्सव के तहत इस वर्ष 52 लाख 88 हजार 580 पौधे लगाकर जनपद की धरती को हरा-भरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हाल ही में वन महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जेपीएस राठौर और अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग ने 22 हेक्टेयर रकबे की मरौली झील के भीटों पर पारिजात का पौधा रोपित कर जिले की धरती को हरा-भरा करने का आह्वान किया था। उसके बाद जिले से तमाम समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों ने अपनी सहभागिता जाहिर करते हुए जिले को हरा भरा करने के लिए सैकड़ों जगहों पर कई प्रजाति के पौधे रोप कर धरा को हरा भरा करने का संकल्प लिया।
उक्त के क्रम में आज प्रदेश के सबसे कम उम्र के जिला पंचायत सदस्य भरत सिंह ने अपने क्षेत्र के महुई गांव में आरसीसी रोड का उद्घाटन किया व साथ ही ग्रामवासियों को पौधे वितरित कर वृक्षारोपण के प्रति बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने बताया की वृक्ष लगाने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वे कार्बन डाइआक्साइड और श्वास आक्सीजन का आदान-प्रदान करते हैं। पर्यावरण में ऑक्सीजन की जरूरत सभी को कोरोना काल में ज्ञात है। पेड़ न केवल कार्बन डाइआक्साइड लेते हैं बल्कि वातावरण से कई अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण को ताजगी मिलती है। इतना ही नहीं वृक्ष पर्यावरण को शुद्ध करने का कार्य करते हैं और प्रदूषण को दूर करते हैं। ध्वनि प्रदूषण को दूर करते हैं। वायु अवरोधक की तरह काम करते हैं और इस तरह आँधी तूफान से होने वाली क्षति को कम करते हैं। वृक्ष की जड़ मिट्टी को मजबूती से पकड़ कर रखती है जिससे भूमि कटान रुकता है। आज जिले में समय से बारिश न होने के चलते भारी किसानों को खरीफ की फसल में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसका एक कारण हमारा धीरे धीरे प्राकृतिक संपदा जैसे वनों को नष्ट करना है, एक कहावत है की जहां पर पेड़ों की संख्या अधिक होती है वहां वारिश भी अधिक होती है। इसलिए इस बार जिले को हरा भरा बनाने का संकल्प लेकर अधिक से अधिक पौधे लगाए ताकि जिले को प्राकृतिक आपदाओं से निजात दिलाया जा सके, इस मौके पर ग्राम प्रधान शिवविजय सिंह, विश्राम सिंह, धर्मवीर सिंह, शक्ति सिंह सहित सभी ग्रामवासी उपस्थित रहे।
Crime 24 Hours से मितेश कुमार की रिपोर्ट