श्री विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन कथावाचक ने गोकर्ण व धुंधकारी कार्य का किया वर्णन
खागा (फतेहपुर) हथगाम विकास खण्ड क्षेत्र के बड़ा शिवालय पट्टी शाह गंगा घाट पर परमहंस आनंद आश्रम में नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को देव आवाहन अग्नि मंथन कर अग्नि देव का प्रदुर्भाव एवं हवन आरंभ किया गया। और कथावाचक राजेश्वरानंद जी ने गोकर्ण और धुंधकारी की कथा का वर्णन किया।
खागा तहसील क्षेत्र के हथगाम विकासखंड अंतर्गत पट्टी शाह गंगा घाट परमहंस आनंद आश्रम में नव दिवसीय विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन देव आवाहन ,अग्नि मंथन कर अग्नि देव का प्रादुर्भाव एवं हवन आरंभ करते हुए कथावाचक राजेश्वरानंद महाराज ने कहा कि गोकर्ण का जन्म ब्राह्मण ने उस बालक का नाम गोकर्ण रखा था और गोकर्ण थोड़े ही समय में परम विद्वान और ज्ञानी हो गए थे ।और इन्होंने बताया कि धुंधकारी दुश्चरित्र और वेश्या गामी निकला। और आत्म देव उससे दुखी उससे दुखी होकर और गोकर्ण से उपदेश प्राप्त करके वन चले गये। और वहीं पर भगवान का भजन करते हुए पर लोग को सिधार गए।ब्यूरो रिपोर्ट