मुम्बई से शिक्षामित्र प्रधानाध्यापक की मिलीभगत से उठाती रही मानदेय
तीन वर्ष तक बगैर पढाये मानदेय उठाने की बीएसए से शिकायत
लार। परिषदीय स्कूलों में किस हिसाब से भ्रष्टाचार है इसका ताजा उदाहरण लार ब्लाक के प्राथमिक स्कूल हरखौली का प्रकाश में आया है। यहाँ तैनात एक शिक्षा मित्र प्रधानाध्यापक की मिलीभगत से तीन वर्षों तक मुम्बई में रहकर बगैर पढाये मानदेय लेती रही। गाँव के प्रधानपति संजय यादव ने इस मामले की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवरिया से की है।
आरोप है कि प्राथमिक पाठशाला हरखौली लार देवरिया में नियुक्त शिक्षा मित्र सरोज देवी पत्नी दयाशंकर यादव निवासिनी ग्राम- हरखौली, जिला-देवरिया को ब्रेन ट्यूमर हो गया था इस बीमारी के इलाज के सम्बन्ध में उक्त सरोज देवी शिक्षा मित्र जिनका मुम्बई में फ्लेट है, वर्ष 2018 से वर्ष 2021 तक निरन्तर वहा रहकर इलाज कराती रही थी। इस तीन वर्षों के दौरान चिकित्सा अवकाश की मांग न करके विद्यालय के प्रधानाध्यापक शकिल अहमद को साजिश में लेकर उक्त सरोज देवी के द्वारा शिक्षण कार्य दिखाकर विद्यालय में फर्जी व कपटपूर्ण रूप से उपस्थित दिखाकर फर्जी व कुटरचित हस्ताक्षर सरोज देवी का बनवाते हुए वर्ष 2018 से 2021 तक की तीन वर्षों की अवधि का वेतन आहरित किया गया है।