जहां खनन माफियाओं से विभाग की रंजिश वहीं पर दिख रहे नियम कानून
रानीपुर मोरम खदान में चल रहा खनन माफियाओं का नियम कानून
जो नहीं चढ़ाता चढ़ावा वहीं पर विभाग के दिखते हैं नियम कानून
एक दो नहीं आधा दर्जन से अधिक चटक रही बड़ी धूम वाली पोकलैंड मशीने
फतेहपुर- जनपद में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है जहां खनन माफिया सारे नियम कानून भूल बैठे हैं विभागीय अधिकारियों को चढ़ावा चढ़ा कर धड़ल्ले से यमुना नदी का सीना छलनी कर रहे हैं और विभाग है कि महीने के मोटी रकम के चढ़ावे पर कालिंद्री की कोख छलनी करा रहा हैं अब इसे खनन माफियाओं का रौब कहे या बिकाऊ विभागीय खामोशी जिसके दम पर जनपद में खनन माफिया खनन कराने के नियम कानून भूल बैठे हैं ।
ताजा मामला फतेहपुर जनपद के धाता थाना क्षेत्र के अंतर्गत रानीपुर मोरम खदान कहां है जहां विभागीय संरक्षण के चलते खनन माफिया यमुना नदी की कोख को छलनी कर जलधारा से खनन करा रहे इतना ही नहीं इस मोरम खदान में खनन माफियाओं ने खुद के नियम कानून बनाएं है जिसके दम पर एक दो नहीं आधा दर्जन से अधिक बड़ी बूम वाली पोकलैंड मशीनें चटकाई जा रही हैं पर यह सब बिकाऊ विभाग को दिखाई नहीं देता कुछ दिन पहले ही किशनपुर थाना क्षेत्र में संचालित हो रहे संगोलीपुर मड़ैयन मोरम खदान में विभाग के महीने के चढ़ावे में देरी हो जाने की वजह से रोड पर खड़ी खाली गाड़ियों पर कार्यवाही हो रही थी जिस पर खनन माफियाओं ने उसका विरोध किया था विरोध पर खनन अधिकारी व खनन माफियाओं के बीच कहासुनी हुई थी जिसके बाद खनन विभाग ने खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की नीति को अपनाते हुए खदान संचालक को मानक के तहत खनन कराए जाने का अल्टीमेटम दिया था बडी कार्यवाही तो उस समय हो गई जब विभाग सीमा से अलग जगह पर खनन माफियाओं द्वारा खनन करा दिया गया जिसके बाद खनन माफियाओं पर भारी-भरकम रकम का जुर्माना ठोक दिया गया लेकिन ऐसा क्यों हुआ इसके नीचे भी एक राज रहा दरअसल सूत्रों की मानें तो महीने में चढ़ाने वाले चढ़ावे में संगोलीपुर मडैयन मोरम खदान के संचालक ने देरी कर दी जिसके बाद विभाग की नजर टेढ़ी हो गई और फिर बड़ी कार्यवाही शुरू हो गई ।
वही रानीपुर मोरम खदान में खदान संचालक द्वारा चढ़ावे की व्यवस्था पहले ही कर दी जाती है जिसके बाद ना तो विभाग की नजर उस ओर दौड़ती है और ना ही क्षेत्रीय जिम्मेदारों की जिसके दम पर खनन माफिया यमुना नदी की कोख को छलनी कर रहे हैं और मोटी रकम कमा रहे हैं ।ब्यूरो रिपोर्ट