फतेहपुर यूपी
सावन के पहले सोमवार को कुंडेश्वर धाम में भक्तों ने किया जलाभिषेक,खाया भंडारे का प्रसाद
कोरोना काल के चलते पुलिस प्रसाशन रहा चुस्त
सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के दर्शन पूजन व जलाभिषेक का बहुत बड़ा महत्व माना जाता है,कहते है कि सावन महीने में भगवान शिव को बेलपत्र,धतूरा,भांग के साथ साथ गंगा जल ,दूध आदि से अभिषेक करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर होते है।
जी हां हम बात कर रहे है फतेहपुर जनपद के तहसील खागा क्षेत्र मझिलगांव में बने कुंडेश्वर महादेव की यहाँ स्थापित मूर्ति की मान्यता है कि यह दिन में तीन रूप बदलती है और इसकी स्थापना लंकापति रावण के द्वारा की गई थी ।सावन माह में प्रत्येक सोमवार को यहां भक्तों की अपार भीड़ लगी होती है।सावन के तीसरे सोमवार को इस स्थान पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता है जहाँ हजारो लोग बाबा का जलाभिषेक करके प्रसाद ग्रहण करते है। लेकिन कोरोना काल को देखते हुए इस बार मंदिर में ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई नहीं पड़ी। वही प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रही एक खास बात यह है कि इस गांव में रुद्रवंती नाम की जड़ी बूटी पाई जाती है जो कई बीमारियों को जड़ से नष्ट करती है कहा जाता है कि यह संजीवनी बूटी है और पूरे भारतवर्ष में या तो हिमालय पर्वत पर पाई जाती है या फिर मैदानी क्षेत्र में फतेहपुर जनपद के इस मझिलगांव मे इसके अलावा कहीं और नही पाई जाती।सावन महीने में यहाँ दूर दूर से चलकर कांवरिया जलाभिषेक करने आते है।आइये सुने क्या कहा मंदिर के पुजारी व भक्तों ने–?
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कैमरामैन इन्द्रजीत के साथ विनोद वर्मा की रिपोर्ट