उत्तर प्रदेश राज्य

कोरोना को देखते हुए यूपी में भी कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध जरूरी

फाइल फोटो: कावड़ यात्रा

 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हम लोगों की जान की कीमत समझते हैं, कावड़ यात्रा पर फिर विचार करे यूपी सरकार

जिला संवाददाता

देवरिया। कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। यूपी में कावड़ यात्रा पर सस्पेंस है। सरकार को कोई भी ऐसी यात्रा की इजाजत नहीं देनी चाहिए जिसमें कोरोना फैलने का खतरा हो। कावड़ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त है। उत्तराखंड सरकार ने अपने यहां कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूपी में सरकार क्यों नहीं प्रतिबंध लगा रही? मामले को सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया रिपोर्टों के आधार पर स्वतः सज्ञान लिया। सबकी निगाहें आज टिकी थीं कि कावड़ यात्रा पर क्या फैसला होता है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रोहिंगटन एफ नारिमन की पीठ ने कहा कि महामारी देश के सभी नागरिकों को प्रभावित करती है,ऐसे में शारीरिक यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती। प्रथम दृष्टया हमारा विचार है कि यह प्रत्येक नागरिक से संबंधित मामला है और धार्मिक सहित अन्य सभी भावनाएं नागरिकों के जीवन के अधिकार के अधीन हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को सोमवार तक अपना विचार रखने का समय दिया है। उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को 9 जुलाई को निर्देश दे दिया था कि कावड़ संघों से वार्ता करें। उन्होंने कहा है कि कांवड़ संघ खुद ही कांवड़ यात्रा स्‍थगित करने का निर्णय ले सकते हैं। सीएम योगी ने कहा है कि महामारी व्यक्ति की जाति चेहरा और मजहब नहीं देखता।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को मंजूरी देने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। स्वत: संज्ञान में लिए गए मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने कहा कि कांवड़ यात्रा की इजाजत नहीं दी जा सकती है। केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि योगी सरकार को शिवमंदिरों तक गंगा जल उपलब्ध कराना चाहिए और कोरोना को देखते हुए हरिद्वार से कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं देनी चाहिए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति देने की खबर का स्वत: संज्ञान लिया और इस मामले पर राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र से भी जवाब- तलब किया था। इस बीच योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि यूपी में कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह रोक नहीं है। आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे में कहा है कि यूपी में कांवड़ यात्रा सांकेतिक रूप से चलाई जाएगी। इसके साथ ही सख्‍ती से कोरोना प्रोटोकाल लागू कराया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में अब सोमवार को यूपी सरकार अपना पक्ष रखेगी।

 

 

error: Content is protected !!