पूर्व में रहे प्रधानी के कार्यकाल में दबंग प्रधान ने गांव की जनता के साथ की थी मारपीट की घटना
नवनिर्वाचित प्रधान होने के बाद भी पुराने रवैया को नहीं दूर कर पा रहे दबंग प्रधान
अनुसूचित जाति के लोगों से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं नवनिर्वाचित प्रधान व उनके समर्थक
नवनिर्वाचित प्रधान के विरुद्ध गाजीपुर थाने में मारपीट जैसी घटनाओं के कई मामले हैं दर्ज
फतेहपुर-जनपद में त्रिस्तरीय चुनाव संपन्न होने के बाद जीते हुए प्रत्याशी अपने समर्थकों का धन्यवाद तथा आभार व्यक्त करने में लगे हुए तथा ग्रामीण क्षेत्र में विकास की रूपरेखा तैयार करने में अपना योगदान दे रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्र का विकास किस तरह कराया जाए ताकि जनता ने उन्हें मुखिया का ताज पहनाया है तो वह भी जनता की समस्या को दूर करने का कार्य करेंगे परंतु बहुवा विकासखंड के ग्राम पहाड़पुर में चुनाव का नतीजा आते ही नवनिर्वाचित प्रधान सिद्धनाथ तिवारी ने चुनाव जीतने के बाद ही अपने विपक्ष में खड़े प्रधान ओम प्रकाश यादव के साथ चुनाव का प्रचार करने वालों को ढूंढना शुरू कर दिया और उनके साथ घटना घटित करने में नवनिर्वाचित प्रधान व उनके समर्थक पीछे नहीं हट रहे हैं आपको बताते हैं कि अभी कुछ दिन पूर्व अनुसूचित जाति के बीडीसी मनीराम रैदास को उन्होंने दिनदहाड़े अपने समर्थकों के साथ गांव में ही घेर लिया और अनुसूचित जाति के बीडीसी को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसके घर में घुस गए और उसकी नेत्र विहीन मां के साथ भी मारपीट करने लगे वही बीडीसी सदस्य ने बताया कि इनके विपक्ष में खड़े प्रधान का खुला सपोर्ट करने के कारण जनपद में जिस दिन वोटिंग हो रही थी उसी दिन इन्होंने बीडीसी को मारने की साजिश रची थी परंतु शासन प्रशासन के मौजूद होने के कारण इनके द्वारा रची गई साजिश विफल हो गई जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है वही पहाड़पुर निवासी मुन्नू साहू ने बताया कि वर्ष 2010 में प्रधानी की बागडोर नवनिर्वाचित प्रधान सिद्ध नाथ तिवारी के हाथ में थी उस समय भी अपने प्रधानी के कार्यकाल में इन्होंने मुन्नू साहू को 13 जुलाई सन 2014 को दोपहर बाद समय लगभग 4:00 बजे एक बाग में पेड़ की छाया के नीचे बैठा था कि तभी गांव के ही अंकुल पुत्र राजा दुबे कल्लू पुत्र राजा तिवारी तथा अशोक तिवारी का लड़का बाग में ताश के पत्ते खेल रहे थे मेरे द्वारा मात्र इतना कहा गया कि आप ताश खेल रहे हो क्या इतना सुनते ही मुझे गाली गलौज देने लगे और कहा कि तुम से क्या मतलब बस इतनी सी बात में वह घर गया और अपने पिता राजा विश्वनाथ मुरारी अंकुर व अन्य कई अज्ञात साथियों के साथ लाठी-डंडों से मेरे ऊपर प्रहार कर दिया जिससे पीड़ित व्यक्ति के दोनों हाथों में व पैरों पर गंभीर चोटें आई थी तभी मारपीट की घटना को देखते हुए पीड़ित की मां ने मौके पर पहुंचकर अपने पुत्र को बचाना चाहा वही दबंगों ने पीड़ित की मां के बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया और जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आई थी तथा पीड़ित की पुत्री रेखा व उसके पुत्र को भी दिनदहाड़े मारा था इतना सब होने के बाद हमलावरों ने जान से मारने की धमकी देकर चले गए वहीं पीड़ित व्यक्ति ने तत्कालीन गाजीपुर थाना अध्यक्ष को शिकायती पत्र देते हुए कल्लू पुत्र राजा ,विश्वनाथ पुत्र हरीश प्रसाद ,मुरारी पुत्र भाई तिवारी पुत्र रज्जन के विरुद्ध 323 ,504 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया था जिसका मुकदमा नंबर 19/14 है परंतु पीड़ित ने बताया कि उपरोक्त लोग दबंग होने के कारण थाने में सेटिंग कर लेते हैं और धन का चढ़ावा चढ़ा देते हैं जिस कारण उपरोक्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही नहीं हो पाती है जिससे इनके हौसले बुलंद हैं वही हाल वर्तमान में नवनिर्वाचित प्रधान होने के बाद उन्होंने गांव के ही 1 अनुसूचित जाति के बीडीसी सदस्य के साथ घटना घटित की है और यह कहते हुए की गांव में जितनी अनुसूचित जाति है यदि सुबह शाम उन्होंने हमें नमस्कार नहीं किया या अपने मनमर्जी से कोई कार्य किया तो उसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें अब सोचने वाली बात यह है कि गांव की जनता ने जिसे मुखिया का ताज पहनाया है यदि मुखिया का ताज पहनने वाला ही ग्रामीण क्षेत्रों की जनता के साथ भेदभाव तथा जातिवाद की भावना रखेगा तो फिर गांव का विकास कैसे होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट