महिलाएं सुरक्षा हेतु पुलिस से लगा रही गुहार, पुलिस बेखबर, दबंगों के हौसले बुलंद
खागा (फतेहपुर) केन्द्र व उत्तर प्रदेश की सरकारे जहां एक ओर महिलाओं के सम्मान में उनकी आर्थिक स्थिति से लेकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए दम भर रही है।वही पीडित महिलाओं के सुरक्षा हेतु गुहार लगाने के चौबीस घंटे बीतने पर भी खाकी वर्दी धारियों की लापरवाहियों के चलते महिलाएं असुरक्षित होकर जीवन यापन करने में मजबूर हो रही है। जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।ऐसा ही एक मामला खागा कोतवाली क्षेत्र के खैरई गांव की है।
खागा कोतवाली क्षेत्र की खैरई गांव निवासिनी शकीला बानो पत्नी मो 0 जुनैद ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि मेरा पति रोज़ी रोटी के उद्देश्य से बाहर बाम्बे में बेकरी के कारखाने में मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता है। और इन्होंने कहा है कि मेरी तीन बेटियां व एक छोटा पुत्र के साथ गांव में रहकर बच्चों को पढ़ाती व अकेली रहकर परवरिस करती हूं।तथा इन्होंने कहा है कि दिनांक 24 मई 2021 को समय लगभग 7 बजे शाम को मै और मेरी पुत्री व पुत्र मौजूद थे।तभी पुरानी रंजिश को लेकर मेरे पारिवारिक पड़ोस के रहने वाले मो 0 आरिफ पुत्र मो 0 कुरैस,आसिया बेगम पुत्री मो 0 कुरैश,नरगिस पुत्री मो 0 कुरैश,व साबरा पत्नी मो 0 कुरैश अपने हाथों में डण्डा लेकर घुस आए।तथा मादर चोद,भोषडी वाली की गालियां देते हुए पीटना शुरू कर दिया।तथा मोबाइल छीन लिया। जिससे किसी से बात न कर सके। और उपरोक्त सभी गालियां देते हुए कह रहे थे कि मादर चोद को इतना मारो कि चलने लायक न रह जाए।तथा इसके नाजुक अंगों में डण्डा डाल दो। और मारपीट होते देख मेरे बच्चे चिल्लाते रहे।परन्तु दबंगों के डर से कोई बचाने नहीं आया। उपरोक्त किसी भी दिन मेरी व मेरे बच्चों की हत्या कर सकते है। और इन्होंने बताया कि इसकेे पूर्व भी उपरोक्त सभी ने मिलकर मारा पीटा था।जिसका वाद कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है।