लार में एक युवक का मास्क में कटा दस हजार का चालान
देवरिया। बहुत सी कार्रवाई पुलिस ऐसे कर देती है जिससे आम जनता पर काफी बोझ पड़ जाता है। देवरिया में पंचायत चुनाव की सरगर्मी में प्रत्याशी झुंड के झुंड बगैर मास्क के गावों में घूम रहे। कई जगहों पर यज्ञ व रासलीला, भागवत कथा आदि चल रही है जहाँ हजारों लोग बगैर मास्क और बगैर सामाजिक दूरी के समारोह में उपस्थित हो रहे हैं। चुनाव प्रचार व धार्मिक आयोजन में पुलिस किसी के चालान करने का साहस नहीं जुटा रही है लेकिन यदि कोई अपनी गाड़ी में बगैर मास्क के जाते मिलेगा तो पुलिस दस हजार रुपये तक जुर्माना काट रही है। लोग भी लापवाह हैं। जब पहली बार एक हजार का चालान कटा तो सतर्क हो जाना चाहिए।
नियोजन विभाग के 2017-18 के आंकड़ों के मुताबिक, यूपी की प्रति व्यक्ति आय 58821 रुपये थी। हालांकि यूपी के सीएम आदित्यनाथ प्रति व्यक्ति आय 60 हजार सालाना का दावा करते हैं। इस हिसाब से भी औसतन पांच हजार रुपया महीना हुआ। अब सरकार दूसरी बार बगैर मास्क में पकड़े गए लोगों से दस हजार ले रही है। इसका मतलब कि दो माह की आय तो गयी। इतनी कड़ाई के बाद लोग क्यो लापवाह हैं? यह विचारणीय है। पुलिस ने बिना मास्क पहन घर से निकलने वालों के खिलाफ अभियान चलाया। इसमें लार पुलिस ने कस्बे में मास्क चेकिंग के दौरान अमरजीत यादव निवासी महुई थाना बरियारपुर मास्क का प्रयोग नहीं किए जाने पर और दूसरी बार पकड़ जाने पर पुलिस 10 हजार रुपये का चालान करते रसीद उपलब्ध कराया। समझा जाता है कि लार में यह पहला बड़ा चालान है। जिले में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम, बचाव के चलाए गए अभियान में बिना मास्क के पकड़े गए कुल 331 व्यक्तियों का 3 लाख 31 हजार रुपये का जुर्माना पुलिस ने वसूल किया है।सवाल यह भी खड़े हो रहे कि जहाँ मास में लोग घूम रहे वहां पुलिस क्यों नहीं चालान करती? एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र का दावा है मास्क का उपयोग कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए बहुत ही आवश्यक है, जिसके द्वारा मास्क का उपयोग नहीं किया जाएगा उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्रबुद्ध जन कल्याण समिति के संरक्षक पांडे एन डी देहाती ने लोगों से अपील की है कि आप जब भी घर से बाहर निकले मास्क जरूर लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। महामारी से स्वयं बचें और लोगों को बचाएं। सरकार जो भी कड़े कदम उठा रही है सब आपके हित के लिए ही है।
– संवाददाता क्राइम 24