लार-देवरिया:- योगी सरकार में अधिकारियों की मनमर्जी और दबंगई थमने का नाम नहीं ले रही है।वही एक तरफ इनके रवैये से आम आदमी पीड़ित हैं तो दूसरी तरफ अब किसानों को भी नहीं बक्शा जा रहा है।इसका उदाहरण कौसड़-खेमादेई बंधे पर ठोकर निर्माण के लिए किसानों की जमीन पैमाइश कर मुआवजा देने के लिए आये अधिकारियों का खेल शुरू हो गया है।जो रसूखदार और पहुँच वाले किसान है जिनकी पहुँच शासन एवं सत्ता के गलियारों तक है तथा साथ जो अधिकारियों की चाय-पानी,नाश्ते इत्यादि के साथ आवभगत कर रहें है उनका जमीन तो ठोकर में पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर जो छोटे एवं गरीब किसान है उनको राजस्व जिलेदार और लेखपाल द्वारा भगा दिया जा रहा है।साथ ही उनसे फोन पर बात करने पर फोन काट दिया जा रहा है जबकि खसरा संख्या 920,921 और922 एक दुसरे से सटे प्लाट है।922 नं प्लाट के मालिक आशनारायण सिंह, मनोरंजन सिंह,अजय सिंह, नरेन्द्र सिंह इत्यादि को जब अधिकारियों ने लौटा दिया तो वे लोग उपजिलाधिकारी सलेमपुर से इसकी गुहार लगाई।सलेमपुर उपजिलाधिकारी ने इसकी लिखित शिकायत देने की बात कही,तब जाकर मामला शांत हुआ।
प्रसेन जीत सिंह की रिपोर्ट