चार लाख रुपए की लागत से 70 मीटर नाले का हो रहा निर्माण
खागा। नगर में चल रहे नाला निर्माण कार्य से राहगीर मुश्किल में है निर्माण के दौरान नाले से निकाला जा रहा मालबा सड़क पर ही छोड़ दिया जा रहा है। इससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। नगर पंचायत के इस कार्य से लोगों में गुस्सा है। नगर के लोगों को निर्माण कार्य से नही जिम्मेदारों की लापरवाही से आहत हैं। नगर पंचायत नाला निर्माण कार्यों को लेकर हमेशा सवालों के घेरे में रहा है कहीं गुणवत्ता तो कहीं लापरवाही की शिकायतें मिलती रहती हैं। नगर में निर्माण कार्यों का जो मानक है वैसा ना होने से शिकायतों की लंबी फेहरिस्त है। बुधवार को उक्त सड़क में लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क में आकर लबालब भर गया। लोगों का कहना है कि नाला निर्माण से पहले पानी निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया जिसके चलते राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को पानी भरा होने के कारण सवारी भारकर एक ई- रिक्शा पलट गया। जिससे उसमें बैठी सवारियां गिरकर चुटिहिल हो गईं। ऐरायां मशायक निवासी सागर गुजरात से कमा कर आ रहा था उसकी पत्नी पूनम दुधमुंही बच्ची को गोद में ली थी। ई-रिक्शा पलटने के बाद सागर उम्र 28 वर्ष का हाथ टूट गया है जिसको इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं ई-रिक्शा चालक संतू ने बताया कि उसी के बाद एक और ई- रिक्शा पलट गया था लेकिन उससे कोई हताहत नही हुआ। लेकिन राहगीरों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। मामले में कस्बा इंचार्ज रीतेश राय ने बताया कि रिक्शा चालक राहुल से इलाज के लिए सहयोग राशि दिलाकर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है।