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“मेरा विद्यालय-निपुण विद्यालय” अभियान के अन्तर्गत डीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई आहूत

बांदा, 04 नवम्बर 2023

जिलाधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल के द्वारा “मेरा विद्यालय-निपुण विद्यालय” अभियान के अन्तर्गत जनपद के 2373 विद्यालयों के अध्यापकों के साथ यूट्यूब के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाये जाने केे सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने अध्यापकों को निर्देश दिये कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लायें तथा इस सुधार की प्रक्रिया में टीचर विशेष रूचि लेकर बच्चों द्वारा की जाने वाली गलतियों को बार-बार सुधार कराकर तथा कोर्स का सप्ताह में दो बार रिवीजन करायें। उन्होंने विद्यालयों में बच्चों की शत्-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने हेतु अभिभावकों की प्रत्येक माह के अंतिम बुद्धवार को पीटीए मीटिंग आयोजित की जायें, इस कार्य में सम्बन्धित ग्राम प्रधानों का सहयोग प्राप्त कर अधिक से अधिक बच्चों के अभिभावकों का प्रतिभाग कराया जाए। पीटीए मीटिंग की सूचना बच्चों की नोटबुक में अंकित कर प्रेषित की जाए। बच्चों की नोटबुक में प्रतिदिन होमवर्क दिया जाए तथा उसको अगले दिन चेक भी करें। उन्होंने निपुण एप के सम्बन्ध में भली-भांति अध्यापकों को जानकारी कर अपने विद्यालय को निपुण बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने अध्यापकों से कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु अपने विद्यालय के प्रत्येक कक्षा के कमजोर बच्चों को चिन्हित करते हुए उन्हें प्रथम पंक्ति में बैठकार उन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी बच्चों के पास पठन-पाठन की पुस्तकें अवश्य उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि जिन अध्यापकों द्वारा अपने विद्यालय को निपुण बनाने में उत्कृष्ट कार्य किया जायेगा, उन्हेें चैम्पियन स्कूल/अध्यापक चयनित कर प्रोत्साहित/सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने बेहतर शिक्षण कार्य करने वाले प्रत्येक माह में विकास खण्ड स्तर से एक विद्यालय का चयन कर अध्यापकों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रेरणा पोर्टल के अन्तर्गत स्कूल का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों को भी कहा कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय की समस्त व्यवस्थाओं का गहनता से निरीक्षण करते हुए निरीक्षण करें एवं यदि कोई कमी मिले तो सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी, अध्यापक एवं सम्बन्धित अधिकारी से समन्वय कर तत्काल समस्या का निराकरण करें। उन्होंने विद्यालयों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था रखे जाने हेतु प्रत्येक कक्षा में दो ट्यूब लाइट/बल्ब की व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि विद्यालयोें में शिक्षा का बेहतर वातावरण बनाये जाने हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं के अन्तर्गत 1676 स्कूलोें में नये फर्नीचर की व्यवस्था की गयी है तथा 490 विद्यालयों में दिव्यांग शौचालय बनाये जाने के साथ एक करोड पच्चीस लाख की धनराशि से विद्यालयों में टायलीकरण का कार्य भी कराया गया है तथा प्रत्येक विद्यालय में सफाई व्यवस्था हेतु सप्ताह में दो दिन सफाई कर्मियों की ड्यूटी भी लगायी गई है।
उन्होंने अध्यापकों से कहा कि मेरा विद्यालय-निपुण विद्यालय अभियान में बच्चों को शिक्षण कार्य के साथ अच्छी आदतें डालने के लिए प्रेरित करें तथा सभी बच्चों की विद्यालयों में स्वच्छ ड्रेस के साथ नियमित रूप से उपस्थिति के सम्बन्ध में विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बच्चों की शत्-प्रतिशत नामांकन भी कराये जाने और विद्यालयों में बच्चों की शत्-प्रतिशत उपस्थिति रखने हेतु प्रभात फेरी भी निकाली जाए। उन्होंने सामुदायिक सहभागिता करते हुए विद्यालयों को शिक्षा के क्षेत्र में निपुण बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालय में किसी प्रकार की समस्या हो तो उन्हें तत्काल अवगत करा सकते हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य ने भी शिक्षा की गुणवत्ता में ध्यान दिये जाने एवं नई तकनीक के माध्यम से शिक्ष के टेस्ट पैटर्न को बच्चों को समझायेे जाने पर जोर देते हुए कहा कि इसकी नियमित रूप से जानकारी दी जाए। बैठक में बेसिक शिक्षाधिकारी प्रिन्सी मौर्य सहित प्रशिक्षण समन्वयक अजीत कुमार एवं खण्ड शिक्षाधिकारीगण उपस्थित रहे।

Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट

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