बांदा, 11 सितंबर 2023
ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि बांदा जिले के विभिन्न ब्लाकों में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत जिन महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई थी उन महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाया और भरपूर मेहनत की, इसके अलावा टी0 एच0आर0 एवं सामुदायिक शौचालय का कार्य भी सौंपे गए और लगभग 3 साल हमको जिम्मेदारी उठाते हो गया लेकिन अभी तक हमारी मेहनत का मेहनताना नहीं दिया गया। पीड़ितों ने अवगत कराया कि स्वयं सहायता समूह की संबंधित विभाग के अधिकारियों के लगभग ढाई वर्ष से चक्कर काट रही हैं लेकिन विभाग के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। वहीं आगे बताया गया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के पति जो मजदूरी करके लाते हैं उसी मजदूरी से हम सरकार का काम कर रहे हैं लेकिन सरकार हमारा ध्यान नहीं दे रही। इस मौके पर पीड़ितों ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी से हमारी मांग है कि हमारी मजदूरी का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए अन्यथा की स्थिति में आने वाले लोकसभा चुनाव में हम बोर्ड का बहिष्कार करेंगे और सरकार के द्वारा जो हमको कार्ड की जिम्मेदारी दी गई थी अब हम बिना मजदूरी के कार्य नहीं निभा पाएंगे, अगर हम संबंधित विभाग के अधिकारियों से मजदूरी मांगने जाते हैं तो हमको अधिकारियों के द्वारा धमकी दी जाती है कि तुम्हारी एफआईआर लिखवा दी जाएगी और हम लोगो के लिए अपशब्द का प्रयोग किया जाता है। इन मामलों के मद्देनजर पीड़ित महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग और निवेदन किया है कि एन 0आर 0एल0 एम 0मिशन के तहत टी0 एच 0आर 0में काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी का जल्द से जल्द भुगतान किया जाए और संबंधित विभाग के अधिकारियों पर आवश्यक कार्यवाही भी किया जाए।
इस दौरान ज्ञापन देने में एक सैकड़ा से ज्यादा महिलाएं उपस्थित रहीं। शालिनी सिंह पटेल (प्रदेश अध्यक्ष जनता दल यूनाइटेड महिला मोर्चा उत्तर प्रदेश) शारदा देवी, सुमन देवी, कमला देवी , सुशीला देवी , आरती पटेल, कमलिया, संगीता देवी, किरण, पुष्पा विनीता, सीमा, श्याम कली, संगीता, चंद्रकांति, आशा रंजन, रोशनी सहित अन्य महिलाएं उपस्थित रहीं।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट