देवरिया। जिले में घोर अंधेरगर्दी है। राजस्व न्यायालयों में प्राइवेट मुंशी का मामला थमा नहीं कि अब लार ब्लाक के सिक्रेट्रियों द्वारा रखे गए मुंशियों का मामला प्रकाश में आया है। ब्लाक के जिम्मेदार लोग भी जानते हैं कि उनके ब्लाक में कौन सा खेल हो रहा है। ब्लॉक के जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति के चलते यहाँ के कर्मचारी बेलगाम हैं। अब तो स्थिति यहाँ तक पहुंच गई है कि परिवार रजिस्टर के पन्ने तक उड़ा दिए जा रहे हैं। इसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। प्रदेश में योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन का भले दावा करे जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अभी कुछ दिन पूर्व सलेमपुर तहसील के राजस्व न्यायालयों में निजी मुंशी का मामला प्रकाश में आया था। तत्कालीन जिलाधिकारी ने कुछ राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई भी की थी। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर हिन्दू युवा वाहिनी के नेता अरुण कुमार सिंह ने एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में लार ब्लाक के काले कारनामों के कुछ अंश दिख रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति परिवार रजिस्टर आदि सरकारी अभिलेखों में हेरा फेरी कर रहा है। उक्त व्यक्ति पटना गाव का सरकारी अभिलेख उलट पलट रहा था। कौसड गाँव का मनौउवर अंसारी 23 सितम्बर 2017 के परिवार रजिस्टर की नकल और राशन कार्ड दिखाते हुए बताया कि हमारे परिवार का नाम रजिस्टर से काट दिया गया है। यह कोई नई बात नहीं है। लार ब्लाक में अभी हाल ही में अनन्तिम सूची बनाने में भी खूब खेल हुआ ।
इस संबंध में बीडीओ सुधा सिंह ने कहा कि सिकरेट्री के कब्जे में सरकारी अभिलेख रहते हैं। कोई सिकरेट्री अपने सहयोग के लिए मुंशी रख लिए होंगे।