खागा / फतेहपुर ::-
✍️उत्तरप्रदेश के जनपद फतेहपुर खागा के सरस्वती बाल मंदिर इण्टर कालेज में विगत तीन दिनों से सरस्वती बाल मंदिर संस्था से जुड़े आचार्यो का प्रशिक्षण शिविर आज समाप्त हुआ।मुख्य अतिथि के रूप में आज स्वामी प्रताप चैतन्य ब्रम्हचारी जी महाराज और साथ मे आए हुए स्वामी बाल चैतन्य महाराज तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में गोपाल गंज इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्वयंबर सिंह व विजईपुर इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ निरंजन सिंह उपस्थित रहे।सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबंधक राकेश त्रिवेदी और प्रधानाचार्य राजकपूर सिंह ने आए हुए अतिथियों का माल्यार्पण कर माँ सरस्वती की प्रतिमा भेंट की।प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी प्रताप चैतन्य जी महाराज ने बताया कि शास्त्रों के सभी नियम निर्देश मनुष्य के लिए ही बने है और उसी से मनुष्य का कल्याण संभव है। इस लिए सभी आचार्य शास्त्र संवत आचरण करें।तथा पूर्व प्रधानाचार्य स्वयंबर सिंह ने कहा कि जब आप दूसरों के बच्चे में अपने बच्चे की छवि देखेंगे तो आपके बच्चे स्वयं विकास रूपी हिमालय को छू लेंगे। विजईपुर इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ निरंजन सिंह ने आचार्यो को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सोंच में परिवर्तन लाना ही नवाचार है,और शिक्षक ही समाज मे परिवर्तन ला सकता है।हम पहले स्वयं को बदले फिर विद्यार्थियों को बदलने का प्रयास करें।इसी क्रम में विद्यालय के प्रबंधक राकेश त्रिवेदी जी ने बताया की बाल मंदिर की सभी शाखाओं से आए हुए शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वेश,वाणी,व्यवहार,आचार्य का शालीन व दूसरो को सुख देने वाले हो,तो आपको सुख जरूर मिलेगा।इस कार्यक्रम में विभिन्न शाखाओं से आए कुछ विषय विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे।
सरस्वती बाल मंदिर इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य राजकपूर सिंह ने आए हुए सभी अतिथियों प्रधानाचार्यो,शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया।
Crime24hours/संवाददता विनोद वर्मा