आरक्षण को लेकर लार ब्लाक पर पड़ी 14 आपत्तियां
लार। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ब्लाक स्तर से बहुत गड़बड़ी की गई। जिले के अधिकारियों ने ब्लाक द्वारा जारी लिस्ट को सही समझकर अपना मुहर दस्तक कर अनन्तिम आरक्षण सूची जारी कर दी। ब्लाक के कर्मियों ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से लिस्ट में ही हेराफेरी कर दिया। उदाहरण के तौर पर देखें तो मेहरौना प्रधान गत चुनाव में सामान्य महिला के लिए आरक्षित था। इस पद पर शबनम विजयी हुईं थीं। अबकी बनी लिस्ट में गत वर्ष के कालम में लेडी मतलब एल की जगह यूआर यानी अनारक्षित दिखाया गया है। इसी प्रकार कोहरा गाव में 2005 के चुनाव में अनारक्षित पद पर स्वर्गीय दीपक तिवारी प्रधान बने थे जबकि ब्लाक की लिस्ट में 2005 में कोहरा गाव पिछड़ी महिला दिखाया गया है। बरडीहा परशुराम में आज तक कभी भी सीट अनारक्षित नहीं हुई। इस बार भी गाव को आरक्षित करके पिछड़े वर्ग के लिए रिजर्व किया गया है। कई गांवों में जनसंख्या के आंकड़े में ही खेल किया गया है। कई ऐसे गाँव अनारक्षित किये गए हैं जहाँ सवर्णों की आबादी ही नहीं है। ग्राम प्रधान पद के संभावित प्रत्याशियों और निवर्तमान प्रधानों में भी आरक्षण को लेकर नराजगी है।
विकास खण्ड लार कार्यालय पर गुरुवार को पहले ही दिन 14 आपत्तियां पड़ीं। प्रधान पद के आरक्षण पर चुरिया में 1,बरडीहा परशुराम में 5, दोगारी मिश्र में 1, कठौडी में 2 आपत्ति दाखिल हुई। इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर धमौली में 1, मटियरा जगदीश में तीन, कुंडऊली में एक आपत्ति पड़ी है। जिले पर भी आपत्तियां पड़ीं हैं।
इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी सुधा सिंह का कहना है कि आपत्तियों का निस्तारण होगा।