ब्रेकिंग संभल, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति भारत द्वारा रविवार को भारतीय संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें राष्ट्रीय महासचिव कुसुम समेत 11 पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। तथा भारतीय संविधान में दिए गए निर्देशों का पालन करने का निर्णय लिया गया।
समिति के राष्ट्रीय संरक्षक/सलाहकार डॉ ए एच रजा के आवास पर सम्पन्न हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम ने भारतीय संविधान पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान के इतिहास में दो तारीखें बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसमें 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया जिसे हम संविधान दिवस जबकि 26 जनवरी 1950 को लागू किया था। जिसे हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। भारत सरकार ने 2015 में संविधान दिवस मनाना शुरू किया था। भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के योगदान का सम्मान करने और संविधान के महत्व को फ़ैलाने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय महासचिव कुसुम ने कहा कि भारतीय संविधान का पहला मसौदा चर्चा के लिए जनवरी 1948 में प्रस्तुत किया गया था। इस पर चर्चा 4 नवंबर 1948 को हुई। और 32 दिनों तक चली। इस अवधि के दौरान 7635 संशोधन प्रस्तावित किए गए, जिनमें से 2473 पर विस्तार से चर्चा हुई। संविधान सभा 2 साल 11महीने 17 दिन तक चली,जिसके दौरान संविधान को अंतिम रूप दिया गया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नाहिद रजा ने सभी भारतीयों से संविधान की और संविधान में दिए गए निर्देशों का जीवन भर पालन करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नाहिद रजा, राष्ट्रीय महासचिव कुसुम, राष्ट्रीय महाप्रबंधक रूबी, राष्ट्रीय सचिव चिंकी दिवाकर, राष्ट्रीय प्रबन्धक रजनी कान्ता चौहान, मन्जू सक्सेना, डॉ नायरा जौहर,इकरा इफ्तेखार तथा डॉ शहजाद अहमद को सम्मानित किया गया।
बैठक में डॉ ए एच रजा, डॉ यू सी सक्सेना, मुशीर खान तरीन, सुशील कुमार भगत जी, डॉ मौ इरफान खान, डॉ मौ शाबेज, डॉ जिकरूल हक, डॉ मौ ओवैस, डॉ नितिन दालभ, त्रिवेदी प्रकाश सर्राफ, डॉ राजवीर सिंह, इंजीनियर सलमान अख्तर, सायमा रानी आदि ने भाग लिया।