अमौली/फतेहपुर
विकासखंड अमौली के ग्राम सभा अमौली में विकास कार्य गबन करने वालों के नतमस्तक हो गया है लेकिन ऐसे जिम्मेदारों को एक भी शर्म नहीं आती है ग्राम पंचायत में विकास के नाम से बजट तो निकाला जाता है और निर्माण कार्य भी हो जाता है लेकिन सिर्फ ब्लॉक में रखें दस्तावेजों में ही दर्ज रहते हैं धरातल में यह कार्य शून्य नजर आते हैं। इसी तरह का एक नजारा अमौली के मेला रोड फुलवारी चक्की के बगल में प्रजापति मोहल्ले की ओर होकर जाता है जिसमें कस्बे के लगभग एक दर्जन गांवों जैसे बरमपुर सरहन झलियन अहिरनपुर कहिंजरा केवटरा इटरा इत्यादि गांवों को जोड़ता है अमौली कस्बे वासी इस रास्ते की शिकायत लगभग 6 सालों से लगातार कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार मुखिया जानबूझकर इस रास्ते को अपनी आंखों से नजरअंदाज कर रहा है वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम प्रधान का इस रास्ते की ओर ध्यान इसलिए नहीं जाता क्योंकि ग्राम प्रधान के चुनाव में यहां के कुछ उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे थे जिसके विरोधाभास इस रास्ते के काम को संज्ञान में अभी तक नहीं लिया गया है। वहीं कई ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि से इस गंभीर समस्या को लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि इस रास्ते का पैसा पास हो चुका है जल्द इस काम को शुरू किया जाएगा यह सुनते सुनते लगभग 5 साल से ज्यादा समय हो चुका है। ग्रामीण राज कुमार तथा फुलवारी बक्स ने बताया कि यह रास्ता लगभग 20 वर्ष पहले पूर्व प्रधान रमेश चंद्र गुप्ता के समय में बनवाई गई थी तब से लेकर आज तक न तो एक सफाई कर्मी आया और न ही कभी कोई विकास कार्य इस रास्ते में करवाए गए तथा पीड़ित राजकुमार ने बताया कि हमारा घर दलदल के बीचो बीच पड़ता है बरसात के दिनों में हम और हमारे परिवार के लोग कैसे निकलते हैं इस दर्द को दिल से बयां करने में भी रोना आता है। सुबह छोटे-छोटे बच्चे जब स्कूल जाते हैं तो वह ऐसे दलदल में फंस कर गिर जाते हैं तब कभी-कभी लगता है कि यह ग्राम पंचायत छोड़कर कहीं दूसरी जगह चले जाएं। इस मौके पर कई पीड़ित ग्रामीण जैसे फुलवारी बक्स राजकुमार राम जी अनिल लव कुश इत्यादि दर्जनों लोगों ने इस रास्ते में सुधार तथा सालों से भरी गंदगी जिससे बीमारी का खतरा उनके सर पर मंडराता रहता है दूर करवाने के लिए आगे आए।