कौशांबी। ज़िले में मानसिक रूप से बीमार युवकों को जाली वाले बाबा के नाम से चर्चित मज़ार पर लोहे की मोटी जंजीर से जानवरों की तरह बांधा गया है। इनको किसी और ने नहीं बल्कि खुद परिजनों ने ही जंजीरों से जकड़ा है। परिजनों को लगता है कि इनके ऊपर किसी अदृश्य ताकत का साया है। और मज़ार पर जंजीर से बांध देने से वो ठीक हो जाएगा।
चायल तहसील के मिनहाज़पुर गाँव मे कई युवक बेबसी की बेड़ियों से जकड़े हुए हैं। ये पैरों में लोहे की जंजीरों के साथ रात दिन यहां बंधे रहते हैं। चिलचिलाती धूप हो या फिर बरसात ये मज़ार में बनी जाली से ही बंधे नज़र आते हैं। इनको यहीं खाना-पानी दिया जाता है। अगर मानसिक रोगी उत्तेजित होता है तो बांस की कैन से उनकी पिटाई की जाती है। लगातार जंजीर से बंधे रहने पर इनके पैरों में सूजन आ गई है। लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं। इतना सब कुछ परिजन इस उम्मीद पर सहते हैं कि उनके अपने यहां से ठीक हो कर घर जाएंगे। इस डिजिटल दौर में भी सब कुछ हो रहा है, लेकिन ज़िला प्रशासन है कि इस ओर देखना भी गवारा समझ रहा। अब इनको यहां से छुटकारा कौन दिलाएगा, यह बड़ा सवाल है।