कौशाम्बी न्यूज़,
पंचायत सचिव वा ग्राम प्रधानों की मनमानी बिना चढ़ावा के नहीं होता कार्य।
मामला मंझनपुर ब्लॉक का है। टेवा गांव वा बैंशकाटी गांव के पंचायत सचिव वा ग्राम प्रधान बिना चढ़ावा के नहीं करते कार्य। अगर गांव की सही तरीके से जांच कराई जाए तो सचिवों वा ग्राम प्रधानों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। लेकिन चढ़ावा के आगे खानापूर्ति कर अधिकारी चले जाते हैं। मंझनपुर ब्लॉक में इन दिनों विकास के नाम पर मोटी रकम निकाली जा रही है। आखिर मंझनपुर ब्लॉक की जनता अधिकारियों से पूछती है कि गांव की सही मायने में जांच क्यों नहीं कराई जाती? क्या गांव में बसने वाले लोगों को अपनी तरक्की का अधिकार नहीं? जरूरत की सुविधाएं क्या उन्हें नहीं मिलनी चाहिए? आवास, सड़क, रास्ते, शौचालय, पीने के स्वच्छ पानी,और गंदे पानी की निकासी की सुविधाओं से ग्रामीण आखिर कब तक वंचित रहेंगे।