कौशाम्बी। बीते तीन दशक से बिना परमिट के सड़कों पर दौड़ रहे तीन दर्जन अवैध बसों का संचालन रोकने का निर्देश योगी सरकार ने 20 दिनों पूर्व जारी किया लेकिन योगी सरकार का यह निर्देश अभी तक जिले में नहीं लागू हो सका है आखिर बिना परमिट के प्राइवेट बस संचालन को कौन बढ़ावा दे रहा है किसके निर्देश से अवैध बसे बेखौफ तरीके से सड़कों पर दौड़ रही है यह बड़ा जांच का विषय है बताते चलें कि जनपद मुख्यालय मंझनपुर से तीन दर्जन प्राइवेट बस बिना परमिट के कादीपुर पुलिस चौकी सिंघिया पुलिस चौकी भरवारी पुलिस चौकी मूरतगंज पुलिस चौकी महगाव पुलिस चौकी पूरा मुक्ति थाना बमरौली पुलिस चौकी सलाहपुर पुलिस चौकी धूमनगंज थाना चौफटका पुलिस चौकी होते हुए प्रयागराज रेलवे स्टेशन तक खुल्दाबाद थाना पुलिस और 2 जिले के यातायात पुलिस और एआरटीओ को चकमा देकर दिन दो चक्कर तीन दर्जन बिना परमिट की बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं कार्रवाई के नाम पर अभी तक केवल नाटक बाजी हुई है आखिर बिना परमिट की बस संचालन के पीछे योगी सरकार के निर्देश की धज्जियां कौन उड़ा रहा है जिससे बस संचालकों का मनोबल नहीं टूटा है और सड़कों पर चलने वाली बस अभी तक सीज नहीं की गई है सूत्रों की माने तो पूरी व्यवस्था अवैध बस संचालन में हिस्सा वसूली तक सीमित है।