झांसी

प्राइवेट नर्सिंगहोम के सफल संचालन हेतु मजिस्ट्रेट तैनात

रिपोर्ट सुनील जैन डीकु

नर्सिंग होम अधिकृत बेड पर कोविड पेशेन्ट भर्ती करना सुनिश्चित करें

मरीजो से ओवर चार्जिंग पर होगी कार्रवाई

प्रत्येक नर्सिंगहोम को कितनी व कहाँ से मिलेगी आक्सीजन गैस, निर्धारित किया गया

मदद कर रहे सभी नर्सिंगहोम को धन्यवाद। आपके कार्य को नमन। यही प्रतिबद्धता आगे भी जारी रहे ताकि कोविड पेशेन्ट को बचाया जा सके।

उक्त उद्गार मा. सांसद झांसी- ललितपुर क्षेत्र श्री अनुराग शर्मा ने विकास भवन सभागार में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने हेतु नगर के नर्सिंगहोम चिकित्सकों/ संचालकों के मध्य व्यक्त किये।

मा. सांसद ने कहा कि यह आपदा है और इसकी दूसरी लहर अभी दो-तीन सप्ताह तक रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आप सभी से सादर आग्रह है कि जो दवाएं कोविड-19 के प्रोटोकॉल में हैं उन्हें ही मरीजों को लिखा जाए। रेमडेसिविर इंजेक्शन जब अत्यन्त जरूरी हो तभी मरीजों को लिखे। इसके स्थान पर आप अन्य जरूरी दवाओ को लिखा जाए। नर्सिंग होम संचालकों मरीजों को 7-8 दिन में डिसचार्ज करना सुनिश्चित करें, यदि उनकी दशा अच्छी है तो। उन्होंने कहा कि नकारात्मक प्रचार से बचा जाए। आने वाले मरीजों को सही जानकारी अवश्य उपलब्ध कराएं।

उन्होंने उपस्थित नर्सिंगहोम संचालकों एवं चिकित्सकों से अनुरोध किया है कि सेवानिवृत्ति चिकित्सक या टेक्निशियन की जानकारी साझा करें ताकि उनकी सेवाएं ली जा सके। उन्होंने कहा कि रामराजा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को संचालित करने हेतु आवश्यकता है तत्काल जानकारी दें ताकि हास्पिटल को संचालित करते हुए वहां कोविड पेशेन्ट का इलाज किया जा सके।

बैठक में जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने कहा कि समस्त नर्सिंगहोम के सफल संचालन हेतु पुलिस फोर्स के साथ मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, जो नर्सिंगहोम की जांच करेंगे तथा दी जा रही सुविधाओं/ इलाज आदि के साथ ही ओवरचार्जिंग पर नजर रखेंगे। यदि मरीज से ओवरचार्जिंग की जाती है तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सभी प्राइवेट नर्सिंग होम जो कोविड एल-1 तथा एल-2 श्रेणी के हैं वह अपने यहां अधिकृत बेड पर शत-प्रतिशत मरीजों को भर्ती करना सुनिश्चित करें, यदि मरीज को भर्ती करने से मना किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।

प्राइवेट नर्सिंग होम के साथ बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नगर के 45 नर्सिग होम जो एल-1 और एल-2 के मरीजों का इलाज कर रहे, साथ ही सरकारी अस्पताल जहां कोरोना मरीज का इलाज हो रहा है वहां लगभग प्रतिदिन 2500 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता है, लगभग 1लाख 50 हजार लीटर ऑक्सीजन गैस की जरूरत है।

आज बैठक में यह निश्चित किया गया कि प्रत्येक नर्सिगहोम में बेड की उपलब्धता के सापेक्ष कितने जम्बो गैस सिलेंडर की आवश्यकता है और यह गैस सिलेंडर जनपद में चार गैस प्लांट में कहां से मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से गैस सिलेंडर की अफरातफरी से बचा जा सकेगा तथा नर्सिंग होम को भी समस्याएं नहीं होंगी। सिलेंडर वितरण के समय पुलिस फोर्स के साथ मजिस्ट्रेट उपलब्ध रहेंगे ताकि विषम परिस्थिति से निपटा जा सके, मजिस्ट्रेट के पास सूची होगी कि किस नर्सिंग होम को कितने सिलेंडर दिए जाने हैं वहां मिल जायेगे।

जिलाधिकारी ने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर हेतु पारीछा, बीएचईएल, बीपीसीएल, रेलवे, बिजौली सहित अन्य ऐसी संस्थाएं जहां आक्सीजन गैस सिलेंडर उपलब्ध हैं उनके अधिग्रहण के आदेश दिए ताकि मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन गैस उपलब्ध हो सके।

इस मौके पर एसएसपी श्री रोहन पी कनय, नोडल अधिकारी प्रबंध निर्देशक यूपी सिडको श्री शिव प्रताप, सीडीओ श्री शैलेष कुमार, सीएमओ डा जीके निगम, नगर मजिस्ट्रेट श्री सलिल पटेल, श्री अतुल अग्रवाल, डा एन एस सेंगर, डा सुधीर कुलश्रेष्ठ, डा एन के जैन, डा आर आर सिंह, डा अन्नू निगम सहित नर्सिगहोम के संचालक व चिकित्सक उपस्थित रहें।
——-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!