झांसी

गौमूत्र से उत्पादित फसलों का कुलपति ने निरीक्षण किया

चिरगांव (झांसी): ग्राम- सिकरी बुजुर्ग में रानी लक्ष्मीबाई कृषि यूनिवर्सिटी के कुलपति अरविन्द कुमार तथा कृषि प्रसार के डाइरेक्टर एस एस सिंह ने केवल गौमूत्र आधारित खेती के कृषक धर्मेंद्र नामदेव द्वारा केवल गौमूत्र से उपजाई फसलों का निरीक्षण किया| माननीय कुलपति ने खेत को देखकर बताया कि मिट्टी अच्छी एवं काले रंग की हुई है तथा इस मिट्टी में आर्गेनिक कार्बन का बढ़ना बहुत बड़ी उपलब्धि है जबकि आर्गेनिक कार्बन बहुत धीमी गति से बढ़ता है| कृषि प्रसार के डाइरेक्टर एस एस सिंह ने कहा कि हमने यहाँ पर देखा कि गौमूत्र आधारित खेती की फसलें ठीक-ठाक है तथा मिट्टी में जीवांश कार्बन का बढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है| भारत सरकार की मंशा है कि ऋषि कृषि खेती को बढ़ाया जाये तो उसमें ये एक अच्छा कदम है |गौमूत्र का उपयोग किये जाने से तमाम रासायनिक खेती के खर्चों से बचा जा सकेगा तथा जो अन्ना गौवंश है उनके गौमूत्र का उपयोग हो सकेगा |
भूमि संरक्षण अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि खेत में फसलों की पैदावार अच्छी दिख रही है और गौमूत्र पानी के साथ लगाया जायेगा तो मिट्टी में सूक्ष्म जीवों की सक्रियता बढ़ जायेगी जिससेे मिट्टी में मृदा कार्बन बढ़ रहा है तथा मिट्टी की संरचना में सुधार हुआ है|
केवल गौमूत्र आधारित खेती के कृषक धर्मेंद्र नामदेव ने किसानों को सुझाव दिया कि बीज तथा जड़ों को खाने वाले मिट्टी में उपस्थित हानिकारक बैक्टीरिया एवं वायरस को नष्ट करने के लिए खेत में पलेवा करते समय पानी के साथ 45 लीटर प्रति बीघा गौमूत्र लगाएं |
इस अवसर पर मानवेंद्र सिंह गौर, जिलाध्यक्ष गौरक्षा परिषद्, सुरेश राजपूत , केशव राजपूत, प्रवेश राजपूत, करन सिंह, दिनेश तिवारी, कस्बा प्रभारी श्रीओंकार दीक्षित पुलिस फोर्स सहित उपस्थित रहे |अंत में संदीप कुमार रेजा सभी का आभार प्रकट किया

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