हल्का लेखपाल व राजस्व कर्मचारियों के खिलाफ शिकायती पत्र जिलाधिकारी फतेहपुर को देकर लगाई न्याय की गुहार
खागा / फतेहपुर ::- इस वक़्त की बड़ी खबर से आपको रूबरू करवा दें कि दबंग भाजपा नेत्री की गुंडई का प्रकरण प्रकाश में आया है। हंसवा विकास खण्ड क्षेत्र के घनघौल गांव निवासी राम अचल पुत्र गया प्रसाद व भानू प्रताप पुत्र राम अचल ने क्षेत्रीय लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक द्वारा अवैध वसूली करके विधि विरुद्ध ढंग से मौके पर पक्षों को लड़ाने एवं गम्भीर विवाद पैदा कराने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। और मांग किया।
इन्होंने दिनांक 7/10/2023 को जिलाधिकारी को अपने दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि आराजी गाटा संख्या 519/ 0.0 650 हेक्टेयर के मालिक स्वामी संकमणीय भूमिधर काबिज़ व दाखिल है। संयुक्त सहखाता धारकान के मध्य आपस में कोई विवाद नहीं है। और गांव के रामप्यारे पुत्र गजराज जिनका गाटा संख्या 521 व 522 है।वह जबरन गाटा संख्या 519 की तरफ कब्जा करना चाह रहे हैं।तथा अनावश्यक विवाद पैदा करना चाह रहे है। सरकारी कर्मचारी होने के कारण बाहर रह रहे हैं।जिसका फायदा उठा कर अनावश्यक तंग व परेशान किया जा रहा है। रामप्यारे के एक पारिवारिक शहर फतेहपुर में निवास करते हैं।जिसकी वजह से अनावश्यक राजनीतिक हस्तक्षेप करते रहते हैं।इस प्रकरण में विवाद होने पर थाने में समझौता हो गया था। लेकिन दिनांक 6/10/2023 को क्षेत्रीय लेखपाल रामबाबू को लेकर एक महिला नेत्री जो कि फतेहपुर में अपना नाम सुधा मौर्य तथा भाजपा की जिला महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष बता रही थी। उनके साथ रामराज मौर्य व रामदास मौर्य भी थे।तथा उनके साथ कई अन्य रिश्तेदार थे।तथा साथ में उन्ही के वाहन में राजस्व निरीक्षक रामआसरे विश्वकर्मा भी थे। मौके पर आ करके बिना नाप जोख किए एक रस्सी लेकर नापकर प्रार्थी की तरफ पांच फुट निकालकर प्रार्थी की बनी पिलर व दीवार को अपना बता रहे है। तथा राजस्व निरीक्षक व लेखपाल विधि की अवहेलना करके क्षेताधिकार से परे जाकर सिर्फ अवैध वसूली के माध्यम से विधि विरुद्ध कृत मौके पर करके विवाद की स्थिति पैदा करा रहे थे। क्षेत्रीय लेखपाल नशे में ध्रुव था। पारिवारिक जान से अभद्रता कर रहा था। रामप्यारी में स्वयं सिविल जज जूनियर डिवीजन फतेहपुर के समाचार वाद संख्या 740/ 2023 रामप्यारे आदि बनाम रामअचल आदि योजित कर रखा है। जिसमें दिनांक 9/10/2023 तारीख नियत है। इसके अलावा क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक बिना विधिक प्रकिया का पालन किए सीमांकन का कोई अधिकार प्राप्त नहीं है। धारा -24 उ0 प्र रा सं के अन्तर्गत सिर्फ विधिक प्रकिया का पालन करके ही सीमांकन किया जा सकता है। उसकी अवहेलना भी क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक द्वारा की गई है।तथा विपक्षी गणों के साथ मिलकर अराजकता का माहौल पैदा किया गया है।अब देखना यह है कि डबल इंजन की सरकार में पीड़ितों को न्याय मिलता है या नही ?
Crime24hours/News Editor Alok kumar kesharwani