जिला चिकित्सालय में मरीजों और डाक्टर में हुई तीखी नोक झोंक
संभल ::- जिला चिकित्सालय में इलाज कराने आई महिला ने किया घंटों हंगामा डॉक्टर द्वारा काफी समझाने के बाद भी महिला नहीं नहीं हुई शांत बोतल चढ़ाने की ज़िद करती।आपको बता दें पूरा मामला सम्भल जिला चिकित्सालय का है। नसरीन पुत्री मोहम्मद अयूब निवासी सराय तीन मौहल्ला कोटला को सुबह अचानक घबराहट व चक्कर आ रहे थे जिसका इलाज कराने हेतु महिला संभल जिला चिकित्सालय में पहुंची और काउंटर पर पर्ची कटाई उसके बाद महिला से कहा गया कि वह कमरा नंबर 18 पर डॉक्टर से मिले डॉक्टर द्वारा पर्चे पर दवाई लिखकर दे दी गई।और कहा आप जाइए लेकिन महिला लिखी हुई दवाई से संतुष्ट नहीं थी। महिला का कहना था कि मुझे काफी घबराहट हो रही है और चक्कर आ रहे हैं। आप मुझे बोतल लगा दीजिए लेकिन डॉक्टरों द्वारा बोतल लगाने से साफ इनकार कर दिया गया। जिससे कि महिला क्रोधित हो गई और डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाने शुरू कर दिए महिला लगातार रो रही थी और बार-बार सिर्फ यही कह रही थी कि सर मुझे बोतल लगा दो मुझे काफी घबराहट होती है। और चक्कर आ रहे हैं लेकिन महिला के आंसू की तरफ कोई ध्यान ना देते हुए महिला से घर जाने के लिए कहा गया लेकिन महिला जिला चिकित्सालय में बैठ गई। और काफी शोर-शराबा करने लगी और डॉक्टर से लगातार गुहार लगाती रही कि सर मुझे काफी दिक्कत हो रही है मेरा आप सही इलाज कर दीजिए लेकिन इमरजेंसी पर बैठे डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा डॉक्टर द्वारा महिला की समस्या को अनसुना कर दिया गया कई घंटे बैठने के बाद अंत में वह महिला जिला अस्पताल से निराश होकर अपने घर चली गई।
इस संबंध में जब इमरजेंसी डॉक्टर चमन प्रकाश से बात की गई तो जानकारी देते हुए बताया गया है कि पर्ची लेकर महिला 18 नंबर कमरे पर गई थी और वहां पर डॉक्टर साहब को जो उचित लगा वही उन्होंने लिख कर दे दिया इस संबंध में यदि महिला संतुष्ट नहीं थी तो उसको दोबारा 18 नंबर कमरे पर जाकर अपनी समस्या बतानी चाहिए थी
Crime24hours/संवाददाता सुलेन्द्र सिंह