धान खरीद में तेजी लाने के साथ मंडी से बाहर अवैध खरीद पर लगाई जाए रोक
फतेहपुर ::- भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। भाकियू जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह गौतम के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि गन्ना किसानों की उत्पादन लागत में वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार द्वारा भी गन्ने के एफआरपी में वृद्धि की गई है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी महंगाई के अनुपात में गन्ने का मूल्य कम से कम चार सौ रुपए प्रति कुंटल तय किया जाए, किसानों को धान बेचने में आ रही समस्याओं के कारण प्रदेश में सरकारी खरीद केवल एक फीसदी ही हुई है जिस में तेजी लाने के साथ मंडी से बाहर अवैध खरीद पर रोक लगाई जाए, किसानों को खेत में ट्रैक्टर ट्राली से मजदूर व आसपास तक घरेलू कार्य में भी उपयोग करना पड़ता है। ट्रैक्टर ट्राली के व्यवसायिक उपयोग के नियमों पर किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए इससे किसानों को बाहर किया जाए, इस बार किसान अतिवृष्टि एवं सूखे से प्रभावित हुए हैं जिसके कारण उत्पादन में भी साफ अंतर देखा जा रहा है। इसके साथ ही किसानों की फसल भी बर्बाद हो चुकी है जिसकी भरपाई हेतु बिजली बिल में छूट, कृषि ऋण में ब्याज की राहत, सरकारी देय पर रोक, फसल की बुवाई हेतु नि:शुल्क बीज किसानों को उपलब्ध कराया जाए। गमों में अन्ना पशुओं की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है जिसे ध्यान में रखते हुए अन्ना प्रथा पर रोक लगाई जाये। फसल बचाने के लिए जो किसान तारबंदी करता है उस पर सरकार द्वारा लगाई गई रोक गलत है जिस पर गंभीरता से विचार करने के बाद किसानों के हित में निर्णय लिया जाना भी जरूरी है। अंत में प्रदेश में अमानक बीजों की बिक्री पर रोक व प्रदेश के सभी जनपदों में खाद उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग शामिल रही।
Crime24hours/संवाददाता रोहित सिंह चौहान