भगवान कृष्ण ने कर्मयोग की दी शिक्षा
खागा / फतेहपुर ::- कस्बे के विजय नगर में श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को कथा वाचक संजय राम जी शुक्ला महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया साथ ही गोवद्र्धन पूजा, छप्पन भोग प्रसाद का वर्णन किया गया।
इस दौरान महाराज जी ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण होता है और मुक्ति मिलती है। उन्होने ने कहा कि मनुष्य जीवन विषय वस्तुओं को भोगने के लिए नही बना है लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति छोडक़र विषय वस्तुओ को भोगने मेें भी लगा हुआ है। बाल लीला का बताते हुए कथा वाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लेते ही कर्म का चयन किया। नन्हें कृष्ण द्वारा जन्म के छठे दिन ही शकटासुर का वध कर दिया, सातवें दिन पूतना को मौत की नींद सुला दिया। तीन महीने के थे तो कान्हा ने व्योमासुर को मार गिराया।प्रभु ने बाल्यकाल में ही कालिया वध किया और सात वर्ष की आयु में गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्र के अभिमान को चूर-चूर किया। गोकुल में गोचरण किया तथा गीता का उपदेश देकर हमें कर्मयोग का ज्ञान सिखाया। प्रत्येक व्यक्ति को कर्म के माध्यम से जीवन में अग्रसर रहना चाहिए। मुख्य यजमान सुमन पाण्डेय राम मूरत पाण्डेय ने छप्पन भोग का महाप्रसाद वितरित कराया।
कथा रस पान करने वालों में बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के प्रवीण पाण्डेय, आर एस एस जिला प्रचारक चंदन , हरिशंकर पाण्डेय , पंकज पाण्डेय , स्वर्णिम कौशल , रितेश गुप्ता , धीरज गुप्ता, सुशील अवस्थी , प्रदीप पांडेय , मनु मिश्र , शुभ तिवारी , समीर पाण्डेय , सुभाष पाण्डेय , अतुल आदि सैकड़ों भक्त रहे l
ब्यूरो रिपोर्ट