जनपद बांदा।
जिले में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं। खुलेआम अवैध नर्सिंग होम बड़ी-बड़ी रकमें लेकर आपरेशन करते हुए अपने यहां हफ्तों भर्ती किए रहते हैं। ऐसा ही एक मामला बाबूलाल चौराहा के पास लोहिया पुल के पास का है, जहां मरीजों का इलाज दम से किया जाता है लेकिन अस्पताल के नाम पर कोई भी बोर्ड नहीं लगा हुआ है। जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज में पीड़ितों द्वारा अपने मरीजों को दिखाया जाता हैं वहां उसका इलाज न करके इसी तरह डग्गामार गोपनीय तरीके से खोले हुए नर्सिंग होमों में बुलाकर इलाज किया जाता है। यहां तक की इन डग्गामार जगह को अस्पताल का रूप देकर बड़े-बड़े आपरेशन किया जाता है। आपको बता देें कि लोहिया पुल के पास एक मैरिज हाल के बगल में मरीजों की भीड़ दिख रही थी तभी वहां मीडिया कर्मी पहुंच गए तो पता चला कि अंदर आपरेशन करके बेडों में मरीजों को लिटाए हुए हैं। इस संबंध में जब वहां मीडिया कर्मी ने वहां के कर्ता-धर्ता से सवाल किया तो पहले मीडिया कर्मी की अथार्टी मांगा जब मीडिया कर्मी सही निकला तो उस पर शराब पीने का कर्मचारी आरोप लगाने लगा। जिस पर मीडिया कर्मी ने अपना मेडिकल कराने व जिले के आला अधिकारियों को मौके में बुलाने का दावा किया तो सभी कर्मचारी भड़भड़ा गए। वहां लेटे मरीज के तीमारदार से पूछा गया कि यह कौन सा अस्पताल है, किसने आपरेशन किया है, उजरेहटा से आई पेसेंट की तीमारदार ने बताया कि पहले मरीज को मेडिकल कालेज में दिखाया लेकिन वहां भीड़ होने के कारण यहां की जानकारी दी गई और यहां डाक्टरों ने आपरेशन कर दिया। अस्पताल के बारे में सीएमओ आफिस में जब जानकारी की गई तो प्रभारी सीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि लोहिया पुल मैरिज हाल के बगल में कोई ऐसा अस्पताल नहीं जिसको मान्यता हो, जो भी है वो मान्यता प्राप्त नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि इस तरह के गली-गली खुले डग्गामार नर्सिंग होमों से तमामों की जिंदगी खराब हो सकती है लेकिन जिला प्रशासन इन अस्पतालों पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है। वहीं इस मामले में अपर सीएमओ डॉ मनोज कौशिक ने बताया कि आज मामला हमारे संज्ञान में आया है प्राप्त वीडियो के आधार पर जांच कराई जाएगी जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
Crime 24 Hours से प्रशांत त्रिपाठी की रिपोर्ट