जनपद बांदा।
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ शिक्षा के स्तर को चाहे जितना सुधारना चाहे लेकिन जब तक शिक्षक का स्तर नहीं सुधरेगा शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं की जा सकती।।
पूरा मामला बांदा जनपद के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय चिल्ली का है जहां स्कूली बच्चे जो शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय आते हैं और अपने उज्जवल भविष्य के लिए मेहनत करते हैं वही उन मासूम बच्चों से शिक्षकों द्वारा झाड़ू लगवाई जाती है व कारपेट बिछवाई जाती हैं आखिर योगी आदित्यनाथ की इन योजनाओं का क्या मतलब है जब मासूम बच्चों को शिक्षा की जगह झाड़ू लगाना पड़ता है आखिर मासूम बच्चों से विद्यालय के अंदर झाड़ू लगावाई जा रही है विद्यालय की शिक्षिका अपना फोन चलाती हुई नजर आ रही है आखिर इन सब का जिम्मेदार कौन है।।
वही जब उप प्रधानाचार्य से इस पर बात करना चाही तो वो अपने बयान देते हुए बोली मैं इस मामले से अवगत नहीं हु और हम बच्चों को कभी झाड़ू लगाने को नहीं कहते है ।।
वही जब इस मामले पर वहां के वर्तमान प्रधान से बात करें तो उनका कहना है कि मैं विद्यालय जाकर रोज निरीक्षण करता हूं लेकिन मुझे अभी तक ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं है लेकिन विद्यालय में सफाई कर्मी नियुक्त है वह प्रतिदिन विद्यालय नहीं आता जिसकी वजह से विद्यालय में गंदगी होती है अब स्कूली बच्चों को वहां पढ़ना है तो सफाई तो करनी होगी।।
वही जब इस मामले में बांदा जिला अधिकारी अनुराग पटेल जी से बात की गई तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेकर बीएसपी को जांच के लिए आदेशित किया है और जांच के बाद जो भी निर्णय आएगा उस पर कार्यवाही की जाएगी ।
क्या जिला अधिकारी महोदय को वीडियो में बच्चे स्पष्ट झाड़ू लगाते हुए नहीं दिखाई दे रहे है क्या बच्चे कारपेट बिछाते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं नहीं दिखाई दे रही अगर दिखाई दे रही है जांच के नाम पर खानापूर्ति क्यों आखिर क्यों जिलाधिकारी महोदय द्वारा शिक्षा के मंदिर को बदनाम किया जा रहा है मासूम बच्चों से कार्य कराया है उन पर का सख्त से सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की जाती।।।।
अब देखने लायक होगा बांदा जिला अधिकारी अनुराग पटेल द्वारा इस पर क्या कार्यवाही की जाएगी।।
बाइट : डीएम अनुराग पटेल
बाइट : प्रधान
बाइट : उप प्रधानाचार्या
CRIME 24 HOURS संवाददाता प्रशान्त त्रिपाठी