फतेहपुर।रामकथा कथा मानव कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करती है।साथ ही मुक्ति का रास्ता भी बनाती है।कथा तमाम पापों से मुक्ति का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। भगवान को पाना चाहते हो भक्ति करना चाहते हैं तो व्यक्ति को सरल होना ही पड़ेगा।रामजी सरल व्यक्ति को ही सुगमता से प्राप्त होते हैं इसलिए अपने स्वभाव को सरल बनाया जाए। उक्त विचार मलवा विकास खंड के शिवराजपुर मे जारी नौ दिवसीय संगीतममय श्रीराम कथा में मानस मर्मज्ञ भार्गव आचार्य यदुनाथ अवस्थी जी ने कहे।कथा के दौरान नारद मोहन के अलावा सती की विदाई का विस्तार से वर्णन किया गया।कथा समापन के पश्चात् आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया।इस मौके पर दीपक त्रिपाठी,आलोक गौड़,अनिल सिंह,रामशंकर,संजय तिवारी रहे।
Crime24hours/संवाददाता रोहित सिंह चौहान