देवरिया। भोली सूरत पर न जाएं। संघर्ष का तेवर देखें। किस प्रकार एक महिला सभासद ने समूचे सिस्टम की धज्जियां उड़ा कर रख दी। नगर ही नहीं, पूरे क्षेत्र की बिजली की समस्या को लेकर इस महिला सभासद ने बिजली विभाग सहित सभी जनप्रतिनिधियों और विकास का ढपोरशंखी सिंहनाद करने वालों को कठघरे में खड़ा करते हुए एकला चलो की राह अपनाते हुए बिजली आफिस के सामने गेट पर धरना देने बैठ गयी। बस एक सूत्रीय मांग , फीडर रूम का छत टपकता है जिससे फाल्ट होता है। बिजली के फीडर बैठ जाते हैं। सप्लाई धड़ाम हो जाती है और मुख्यमंत्री जी की घोषणा, जिसमें सभी को कम से कम 20 घण्टे निर्वाध बिजली देने की बात कही गयी थी, फुस्स हो जाता है।
हम बात कर रहे लार नगर पंचायत के बौली वार्ड की सभासद रीमा बंटी सिंह की। रीमा ने कई बार लार बिजली घर के छत टपकने का मुद्दा उठाया। नगर, ब्लाक, जिलापंचायत, विधानसभा, लोकसभा की सभी सीटों पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। दावे बड़े-बड़े और वादे भी बड़े-बड़े करने वाले इन सभी जनप्रतिनिधियों में से किसी ने लार बिजली घर पर ध्यान नहीं दिया। छत टपकने से बार-बार नगर में विद्युत की दिक्कत आ रही है, इसी को लेकर रीमा बंटी सिंह ने बुधवार को धरना दिया।
नगर पंचायत लार के अधिशासी अधिकारी राजन नाथ तिवारी धरना दे रही महिला सभासद से वार्ता कर धरना समाप्त कराया। धरना तो भले ही खत्म हो गया लेकिन लोग सोचने पर विवश हो गए कि क्या यही विकास है? एक सरकारी भवन जो 1975 में बना और आज तक छत मरम्मत नहीं हो सकी। लानत है ऐसे विकास का।