संजय कुमार मिश्र।
प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश।
जिले को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग जनपद के किसानों ने की है। बता दें कि इस बार औसत से कम वर्षा यानी कि बरसात बिल्कुल नगण्य सी रही है। श्रावण का महीना आधा बीत चुका है किंतु जनपद के 85परसेंट किसान अभी तक धान की रोपाई नहीं कर पाए हैं ,पिछले दिनों हल्की फुल्की बरसात जरूर हो गई थी किंतु अब भी किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं ।मध्यम वा निम्न वर्ग के किसानबरसात न होने के कारण इस बार धान की रोपाई किए जाने से वंचित हो गए हैं ,केवल वही किसान कुछ हद तक धान की रोपाई कर लिए हैं जिनके पास आवश्यक संसाधन उपलब्ध है ,वह भी उच्च श्रेणी के किसान हैं। मध्यम एवं निम्न वर्ग के किसान अभी तक भगवान के आसरे ही बैठे हुए हैं, यही कारण है कि उनकी धान की रोपाई भी अभी तक नहीं हो पाई है। बहुत से किसान धान की बैरन तो डाल दिए थे, किंतु धान की रोपाई अब तक ना हो पाने के कारण उनकी धान की बेरण भी खराब हो गई है, ऐसी स्थिति में किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है, किसान इस बार बरसात न होने के कारण चिंतित नजर आ रहे हैं। जिले में चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है ।अब किसानों को बारिश के आसार बहुत कम ही नजर आ रहे हैं ।बारिश यदि आगे चलकर हुई भी तो किसानों की किसी काम की नहीं रहेगी ।ऐसी स्थिति में जनपद के किसानों ने शासन प्रशासन से जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए सूखा राहत पैकेज किसानों को उपलब्ध कराए जाने की मांग शासन प्रशासन से की है।