अतर्रा/बांदा।
कस्बे के नरैनी रोड नगर पालिका के समीप मालिक सदन पर चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन मध्य प्रदेश से आए हुए भागवताचार्य डॉ शिव प्रसाद शुक्ला ने कृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा की कथा का वर्णन किया स
उन्होंने कहा कि जहां सत्य और भक्ति का समन्वय होता है, वहां भगवान का आगमन अवश्य होता है स भगवान श्री कृष्ण नंद गांव पहुंचे तो देखा कि गांव में इंद्र पूजन की तैयारी में छप्पन भोग बनाए जा रहे हैं स श्रीकृष्ण ने नंद बाबा से पूछा कि कैसा उत्सव होने जा रहा है, जिसकी इतनी भव्य तैयारी हो रही है स नंद बाबा ने कहा कि यह उत्सव इंद्र भगवान के पूजन के लिए हो रहा है, क्योंकि वर्षा के राजा इंद्र है, और उन्हीं की कृपा से बारिश हो सकती है, इसलिए उन्हें खुश करने के लिए इस पूजन का आयोजन हो रहा है स इस पर श्री कृष्ण ने इंद्र के लिए हो रहे यज्ञ को बंद करा दिया और कहा कि जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है वैसा ही फल मिलता है स ऐसा होने के बाद इंद्र गुस्सा हो गए, और भारी बारिश करना शुरू कर दी, नंद गांव में इससे त्राहि-त्राहि मच में लगी तो भगवान श्री कृष्ण ने अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को ही उठा लिया जिससे नंद गांव के लोग सुरक्षित हो गए।
कथा श्रोता सरजू ने कथा के उपरांत व्यासपीठ की आरती उतारी तथा भक्तों को प्रसाद वितरित कराया। आयोजक मृत्युंजय द्विवेदी समेत प्रबंधक डॉ विजय पांडेय, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अर्जुन मिश्रा, अधिवक्ता संघ महासचिव मनोज द्विवेदी, अविनाश दीक्षित, शिवम द्विवेदी, राज, अखिलेश, दिनेश गुप्ता, अनिल मिश्रा, मनोज गौतम, विवेक बिंदु तिवारी, वरिष्ठ सपा नेता सुरेश गौतम, नरोत्तम शुक्ला, नरेंद्र ओझा, प्रदीप अग्निहोत्री, हीरा चौरिहा, रमाकांत चौरिहा, सहित 1 सैकड़ा से अधिक भक्त मौजूद रहे।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट