झांसी।
ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने में जुटे गरौठा विधायक,
ऐतिहासिक मोंठ कस्बे के चौपड़ तालाब को उसका स्वरूप देने में जुटे गरौठा विधायक
ऐतिहासिक धरोहरों को उनका अस्तित्व देने की कोशिश करते विधायक
गरौठा विधानसभा की ऐतिहासिक धरोहरों को उनका स्वरूप देने के लिए भरसक प्रयास करते विधायक
गरौठा विधानसभा में ऐतिहासिक धरोहरों को उनका स्वरूप देने के लिए युद्ध स्तर पर काम करते गरौठा विधायक
सर्वप्रथम मोठ कस्बे के चौपड़ तालाब को उसका स्वरूप देने में सफलता हासिल करते हुए गरौठा विधायक ने मोठ कस्बे में बने चौपङ तालाब जो कि अपना अस्तित्व खो चुका था, विधायक जवाहर लाल राजपूत ने चौपड़ तालाब और ऐतिहासिक धरोहर को संजोने के लिए भरसक प्रयास करते हुए अपनी कड़ी मेहनत और मोंठ नगर की जनता के सहयोग से इस ऐतिहासिक चौपड़ तालाब को फिर से उसका स्वरूप देने में सफलता हासिल की, जिसमें गरौठा विधायक के मुताबिक मोठ कस्बे में बना ऐतिहासिक चौपड़ तालाब को बंद कर दिया गया था, जिससे मोठ कस्बे में जल स्तर से लेकर तमाम समस्याएं होती थी, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इस चौपड़ तालाब के मुद्दे को गंभीरता से लिया और तालाब को ऐतिहासिक धरोहर मानते हुए उसे उसका स्वरूप देने की कोशिश की, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद खुदाई को पूर्ण किया गया और अब वह ऐतिहासिक धरोहर जिसे दफन कर दिया गया था, वह अपने स्वरूप में बदलता जा रहा है, जो एक इतिहासिक धरोहर होगी और मोठ को पहिचान देने में कारगर साबित होगी, जिसमें लोगों के घूमने से लेकर विभिन्न बच्चों के लिए वोटिंग जैसी सुविधाएं होगी।
मोठ कस्बे के किले को भी एक ऐतिहासिक धरोहर मानते हुए पुरातत्व विभाग से संपर्क कर इतिहासिक किले को एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने और अपना अस्तित्व खोते किले को उसका स्वरूप देने और उसे सुरक्षित रखने के लिए पर्यटक विभाग से मोठ किले के लिए सुंदरीकरण का कार्य भी शुरू हो चुका है।
पूरे विश्व को रंगीन करने वाले होली जैसे त्यौहार की शुरुआत की शुरुआत एरच कस्बे से हुई लेकिन यह एरच कस्बा अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा था, गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत के मुताबिक जिसे हमारी सरकार ने सरकारी अनुदान के रूप में सहयोग राशि देकर उसे एक पारंपरिक कार्यक्रम के रूप में सरकार ने उसे दर्ज किया, और वही प्रहलाद जैसी नगरी को एक पर्यटन की नगरी से देखते हुए उसे आगे पर्यटक रूप में ले जाने की भी हमारी सरकार की कोशिश है।
ऐतिहासिक धरोहर के रूप में मौजूद गुरसराय के तालाब को भी एक सौंदर्य रूप दिया गया और इसके बाद आज गुरसराय जैसी नगरी में जो पानी के लिए मोहताज रहती थी, जहां काफी हद तक वाटर लेवल सही है काफी हद तक लोगों को पानी की सुविधा मुहैया हो रही है ऐसे ही विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने का काम हमारी सरकार ने किया है।
बात करें सरकार की तो सरकार तो जगह-जगह काम करती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के गरौठा विधानसभा के विधायक जवाहर लाल राजपूत जो कि हमेशा चर्चाओं में रहते हैं उत्तर प्रदेश में मात्र यही एक ऐसे विधायक हैं जो विधानसभा भी बैलगाड़ी से पहुंचे थे।
विधायक की पहिचान यहां के लोग एक किसान नेता के रूप में भी करते हैं, विधायक की पहिचान एक सरल स्वभाव और मृदुभाषी से भी पहिचाने जाते है।
Crime 24 Hours
झांसी से मोठ तहसील संवाददाता मोहित शर्मा की रिपोर्ट