उत्तर प्रदेश बांदा

समाज सेविका शालिनी पटेल खड़ी हुई जनता के साथ लोगो के साथ पहुंची ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी के पास

जनपद बांदा।

खबर उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा से है जहां पर ग्रामीण लोग भटक रहे रहने के लिए । नही बचा कुछ भी । आपको बता दे यह पूरा मामला जनपद बांदा के ग्राम पथरिया खदान मजरा हटेटी पुरवा थाना कोतवाली नगर अंतर्गत का है जहां के रहने वाले ग्रामीणों के मकानों को 17 तारीख को एक एक करके बुलडोजर के द्वारा तहसीलदार बांदा व चकबंदी लेखपाल व हल्का लेखपाल कानूनगो ग्राम प्रधान द्वारा पुलिस बल को लेकर बिना किसी नोटिस सूचना के मकानों को ध्वस्त करा दिया गया।

मजबूर ग्रामीणों द्वारा बताया गया की हमारे खाने पीने का गृहस्ती का सामान सब कुछ नष्ट कर दिया गया है तब से हम अपने मासूमों के साथ ठंड और गर्मी बरसात में खुले आसमान के नीचे रहने को और दर – दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गए हैं।

इस समय उन ग्रामीण लोगो की दशा बहुत ही ज्यादा दयनीय है और लोगो ने कहा की ऐसा अत्याचार आज तक किसी भी शासनकाल में नहीं हुआ है।40 से 50 लोगों की उक्त बस्ती है। 20 से 25 वर्षों से मौजा हटेटी पुरवा में काबिज हैं।
मामला जिला अदालतों से लेकर माननीय उच्च न्यायालय तक विचाराधीन होने के बाद भी यह घटना की गई।
प्रार्थी ने बस्ती के ध्वस्त करने की घटना की सूचना नीचे से लेकर ऊपर तक सभी अधिकारियों को दी थी और उप जिला अधिकारी मजिस्ट्रेट व तहसील द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जब तक सभी लोगों को आवासी भूमि उपलब्ध नहीं कराई जाएगी तब तक उक्त स्थान से किसी को भी नही हटाया जाएगा।

आपको बता दे कि वही समाज सेविका शालिनी पटेल ग्रामीणों के साथ पहुंची और शालिनी पटेल के द्वारा बताया गया कि 23 तारीख से बराबर यह ग्रामीण लोग अनशन पर बैठे हैं और किसी प्रकार के कोई अधिकारी द्वारा मदद नहीं की गई।
जिलाधकारी द्वारा दिये गए शिकायत पत्र द्वारा कहा गया है कि 3 दिन में अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे
जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन खुद होगा।

Crime 24 Hours
संवाददाता – मितेश कुमार

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