फतेहपुर अलंकार गेस्ट हाउस में जनपद के ब्राह्मण समाज की बैठक आहूत की गई जिसमे सैकड़ों प्रतिष्ठ विप्र जनों ने भाग लिया, बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया की इस वर्ष भगवान परशुराम जयंती संकल्प दिवस के रूप में मनाई जाएगी, और कार्यक्रम हेतु किसी भी व्यक्ति से चंदा नही लिया जाएगा, बैठक में वक्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया की राजनैतिक कारण से देश में ब्राह्मणों को गाली देना, लांछित करना एक चलन बन गया है एक तरफ उनके भारतीय संस्कृति, इतिहास, आज़ादी के आंदोलन एवम सामाजिक योगदान को नकारा जा रहा है दूसरी तरफ उन्हे राजनीति, शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय आदि से दरकिनार करने की कोशिश की जा रही है और दुराग्रह के कारण षडयंत्र पूर्वक ब्राह्मण के पूर्वज ऋषियों, साहित्यकारों को अपमानित किया जा रहा है और उनके द्वारा रचित ग्रंथो एवम महाकाव्यों को आग के जलाया जा रहा है, जो भी सत्ता में आता है वह ब्राह्मण का उत्पीडन करता है और उनके साथ हो रहे अन्याय के लिए न्याय देने में भेद भाव करता है, अब ब्राह्मण बर्दाश्त नहीं करेगा और भगवान परशुराम जयंती के दिन यह संकल्प लिया जाएगा की जानबूझ कर दुराग्रह पूर्वक हमें अपमानित करने की कोई घटना होगी तो मूक दर्शक बनकर
बर्दाश्त नहीं करेंगे बल्कि सड़क पर संघर्ष करेंगे और जरूरत पड़ने पर गिरफ्तारी भी देंगे
निर्णय हुआ की भगवान परशुराम जयंती के दिन संकल्प दिवस के रूप में नहर कालोनी में सुबह 10 बजे से धरना दिया जाएगा और बाद में जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया जाएगा, धरने में जनपद के हजारों विप्र जन भाग लेंगे बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार चंद्र कुमार पांडेय व संचालन मणिप्रकाश दुबे ने किया बैठक में मुख्य रूप से संतोष द्विवेदी, सुशील मिश्रा, महेश द्विवेदी, पंकज त्रिपाठी, मनोज शुक्ला, अजय अवस्थी, देवेश त्रिपाठी,अरुणेश पांडेय, नीटू मिश्रा, कोटेश्वर शुक्ला, छक्कन तिवारी, कमलेश शुक्ला, पंकज पांडेय, अरविंद द्विवेदी, विद्याभूषण तिवारी, रामू शुक्ला, सुरेश शुक्ला, सुधीर त्रिपाठी, मनीष त्रिपाठी, विनीत तिवारी आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।